इलाहाबाद विवि का छात्रावास बन गया है अपराधियों के पनाहगाह: HC
punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 11:38 AM (IST)
प्रयागराजः हाईकोर्ट ने कभी ‘पूरब का ऑक्सफोर्ड' कहलाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बारे में गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा है कि इस विवि का परिसर और छात्रावास, अपराधियों के लिए पनाहगाह बन गए हैं।
मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति एस.एस. शमशेरी की पीठ ने हाल ही में इलाहाबाद विवि के पीसीबी छात्रावास में हुई एक युवक की नृशंस हत्या पर स्वतः संज्ञान में लेते हुए यह टिप्पणी की। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रयागराज के मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ ही इलाहाबाद विवि के रजिस्ट्रार को नोटिस भी जारी किए। इस मामले में आदेश के लिए 22 अप्रैल, 2019 की तिथि तय करते हुए कोर्ट ने प्रयागराज के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और इलाहाबाद विवि के रजिस्ट्रार को उस दिन अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश दिया।
कोर्ट ने कहा कि एक लोकतांत्रिक समाज में कानून का राज होता है और किसी भी तरह से इसे नुकसान पहुंचे, यह स्वीकार नहीं किया जा सकता। किसी को भी उस क्षेत्र और वहां के बाशिंदों की शांति और सौहार्द को मामूली चोट पहुंचाने की भी अनुमति नहीं दी जा सकती है।” कोर्ट ने कहा, “यह हमारे संज्ञान में आया है कि इलाहाबाद विवि के नियंत्रण वाले विभिन्न छात्रावासों में बड़ी संख्या में अपराधी रह रहे हैं जो विश्वविद्यालय के नियमित विद्यार्थी नहीं हैं।” विवि के परिसर को अपराधियों से मुक्त कराने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, इस बारे में रजिस्ट्रार को एक हलफनामा दाखिल कर बताने का निर्देश दिया गया है।
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