PU से संबंधित पंजाब के कॅालेजों में घटे 25-30 फीसदी स्टूडैंट्स

punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 10:48 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी से संबंधित पंजाब के कॅालेजों में स्टूडैंट्स की गिनती हर वर्ष कम होती जा रही है। मौजूदा सैशन में भी कई कॉलजों में 25 से 30 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं। नए सैशन 2019-20 में स्टूडैंट्स की गिनती गिरेगी या बढ़ेगी यह तो एडमिशन के समय ही क्लीयर हो पाएगा। वहीं कॉलेज प्रिंसीपल का कहना है कि स्टूडैंट्स की गिनती गिरने का कारण उन्हें नौकरियां नहीं मिलना है। 

पंजाब में अगर कुछ अमीर स्टूडैंट्स रहते हैं तो गरीब भी। गरीब स्टूडैंट्स से मौजूदा फीस नहीं भरी जाती। जो स्टूडैंट्स कॉलेज पढऩे के लिए आते हैं वह भी पढ़ाई छोड़ देते हैं। अमीर तबके के  पंजाब के ज्यादातर युवा विदेशों की ओररू ख कर रहे हैं। वहीं गरीब तबके के युवा मौजूदा फीस में अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। अगर इस वर्ष भी कॉलेजों की फीस बढ़ी तो स्टूडैंट्स कीगिनती और कम हो जाएगी। 

पी.यू. से संबंधित कॉलेजों की फीस पिछले वर्ष 2018-19 में पांच फीसदी फीसें बढ़ाई गई थी। इन कॉलेजों में फीस साल 2018-19 से पहले करीब तीन वर्षों तक नहीं बढ़ी थी, जबकि करीब तीन-चार वर्ष पहलेसीनेट में निर्णय लिया गया था कि कॉलेजों में हर वर्ष अढ़ाई फीसदी के हिसाब से बढ़ेंगी, लेकिन यह फीस एक ही वर्ष ही बढ़ी। इसके बाद नहीं बढ़ी। 

फीस बढऩे से पहले बार-बार सीनेट में बहस होती रही, लेकिन करीब तीन वर्ष तक फिर फीस नहीं बढ़ाईगई। इस पर कुछ प्रबंधन नाराज भी थे कि फीस न बढ़ाने की वजह से उनके लिए कॉलेज चलाना मुश्किल हो गया है। वहीं कॉलेज प्रबंधन का कहना था कि कॉलेजों की हर वर्ष थोड़ी-थोड़ी फीस बढऩी चाहिए। ज्यादा फीस से स्टूडैंट्स के अभिभावकों पर बोझ पड़ता है। 


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Priyanka rana

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