खत्म हो गया चौटाला परिवार से राजनीतिक गठबंधन

punjabkesari.in Monday, Apr 15, 2019 - 10:10 AM (IST)

धरणी : हर एक के दुख-सुख का साथ निभाने वाले 2 राजनीतिक मित्र दल केवल राजनीतिक रूप से ही अलग नहीं हुए,अपितु शिरोमणि अकाली दल(बादल) ने हरियाणा में इनैलो के विरोधी दल बीजेपी से राजनीतिक गठबंधन हरियाणा में करके सब को चौंका दिया। बादल परिवार जब चौटाला को 10 साल की सजा शिक्षक घोटाले में हुई थी तो राजनीतिक व व्यक्तिगत रूप से एक दीवार की तरह चोटाला परिवार के साथ अतीत की भांति खड़ा रहा।

राजनीति में कोई भी पक्का मित्र व शत्रु नहीं होता। राजनीति संभावनाओं का खेल है। अकाली दल को पंजाब में अपनी खिसकती जमीन व राजनीतिक हाशिए पर पहुंची इनैलो का भविष्य अंधकार में दिखाई दिया तो अकाली दल ने यू-टर्न लेते हुए भाजपा का समर्थन कर दिया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवारों के बीच मित्रता किसी से छिपी नहीं है। बादल पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्व.देेवीलाल पगड़ी बदल भाई रहे हैं।

इस दोस्ती को बादल ने चौटाला के साथ भी निभाया। आगे उनके परिवार के सदस्यों में भी इसी तरह की दोस्ती है लेकिन एस.वाई.एल. नहर निर्माण के मुद्दे पर इनैलो विधायक दल के नेता अभय सिंह चौटाला ने पंजाब में अकाली दल से अपने रिश्ते खत्म कर दिए थे। इससे पहले अकाली दल और इनेलो मिलकर एक दूसरे का राजनीतिक समर्थन करते रहे हैं। चौटाला परिवार की लड़ाई को सुलझाने के लिए बादल ने कई बार प्रयास किए मगर वे सिरे नहीं चढ़ पाए।

वर्तमान राजनीतिक हालातों के दौरान हरियाणा में इनैलो हाशिये पर आ चुकी है और उसके 2 फाड़ होने के बाद जननायक जनता पार्टी तेजी से आगे बढ़ रही है लेकिन अकाली दल द्वारा भाजपा को समर्थन करने के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि हरियाणा में अकाली दल राजनीतिक रूप से अपने बल पर खड़ा नहीं होगा। ऐसे में इस बात की भी प्रबल संभावनाएं हैं कि अकाली दल का एकमात्र विधायक भी अब पार्टी को अलविदा कर सकते हैं। हरियाणा में विधानसभा में कालांवाली क्षेत्र से अकाली दल विधायक बलकौर सिंह अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 

कुछ दिन पहले बलकौर सिंह के जननायक जनता पार्टी में शामिल होने की खबरें आई थीं लेकिन बाद में उन्होंने बादल से मुलाकात के बाद जजपा में जाने से इंकार कर दिया था। अब बदले हुए हालातों में यह साफ हो गया है बलकौर सिंह भी पार्टी से किनारा कर सकते हैं।        


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kamal

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