पृथ्वी को जहरीला होने से बचाने के लिए कुदरती खेती की शुरूआत करनी होगी: श्री श्री रवि शंकर

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2019 - 02:20 PM (IST)

जलालाबाद (सेतिया): आर्ट आफ लीविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर जी सोमवार को जलालाबाद के खेल स्टेडियम में आयोजित धार्मिक समागम में पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं तथा किसानों ने भाग लिया। सर्व प्रथम श्री श्री रविशंकर जी ने खेतीबाड़ी में बढ़ रहे पेस्टीसाइड और फर्टिलाइज पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इससे निजात पाने तथा भू्मि को जहरीला होने से बचाने के लिए किसानों को कुदरती खेती की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। 

उन्होंने कहा कि हम उत्पादन बढ़ाने के चक्कर में खेती में बुआई की जाने वाली फसलों में लगातार पेस्टीसाइड की मात्रा को बढ़ा रहे हैं जिसके दुष्प्रभाव किसी से छुपे नहीं हैं। हम कैंसर जैसी भयानक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं जिससे धीरे-धीरे हमारा जीवन समाप्त हो रहा है। श्री रवि शंकर ने कहा कि हमें पेस्टीसाइड रहित चीजों की बुआई करनी होगी। किसानों को अपनी कृषि योग्य भूमि पर रकबा बढ़ाना होगा ताकि 1800 रुपए बिकने वाली गेहूं 3000 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिके। 

उन्होंने बताया कि कुदरती खेती में उत्पादन थोड़ा कम होता है लेकिन अगर हम इस ओर अग्रसर होंगे तो हमें एक तो पेस्टीसाइड रहित गेहूं और चावल के इलावा अन्य सब्जियां मिलेंगी और दूसरा हमें भाव भी अच्छे मिलेंगे। उन्होंने वर्तमान समय में मोबाइल के बढ़ रहे प्रयोग पर चिंता व्यक्त की। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि प्लाटिक को भी नहीं जलाना चाहिए क्योंकि इसके जलने से काफी भयानक रसायण उत्पन्न होते हैं।  उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं है लेकिन हम अपने निजी स्वार्थ के लिए स्वास्थ्य को ही दाव पर लगा रहे हैं। 


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Anjna

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