गर्भावस्था में बार-बार पेशाब अाता है, तो इस तरह से करें इलाज (pics)

punjabkesari.in Wednesday, Feb 24, 2016 - 03:16 PM (IST)

अक्सर देखा गया है कि गर्भावस्था में हमेशा गर्भवती महिलाओं बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती रहती है। यह लक्षण गर्भाधान के एक हफ्ते बाद ही दिखाई देते है। कहते है कि एेसा गर्भाधान के दौरान जब डिम्ब और शुक्राणु के मिलने पर अंडे के निषेचित होने से होता है। एेसे में गर्भावस्था के समय अापके खून की मात्रा 40 प्रतिशत तक बढ़ जाती है जिसके कारण गर्भवती महिला को बार-बार पैशाब अाता है अौर प्यास ज्यादा लगती है। तो आइए जानते है इसका इलाज।

 

- बार-बार पेशाब आना 

अाप जब भी पेशाब को रोक कर रखती है तो एेेसे में आपका ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है, जिसके कारण अापके मूत्र मार्ग में संक्रमण या UTI होने की संभावना हो सकती है।

 

1. आप जब भी पेशाब करने के लिए तो ठीक से पेशाब करें अौर ब्लैडर को पूरी तरह खाली करें। अगर आपको अच्छे से पेशाब नही आता तो अाप अपने डॉक्टर से सलाह लें।

 

2. रात को सोते समय पानी का सेवन कम करें क्योंकि अगर अाप पानी के सेवन ज्यादा करेगें तो अाप रात में बार-बार पेशान करने के लिए जाएगें। 

 

3. गर्भवती महिलाओं में मूत्र रिसाव की दिक्कत भी हो सकती है। एेसे मे पेंटी लाइनर का इस्तेमाल करने से कपड़ों को गीला होने से बचाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल करने से मूत्र असंयम से बचाव होता है।

 

- ज्यादा प्यास लगने की समस्या

अगर अापको प्यास ज्यादा लगती है तो इसका मतलब है कि अापको अधिक तरल पदार्थ की जरूरत हैं क्योंकि एेसे में अाप बार-बार पेशाब जाती है अौर आपके गुर्दे और अधिक कुशलता से मूत्र उत्पादन कर रहे हैं। एेसे में गर्भावस्था के समय अापके खून की मात्रा 40 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। ऐसे में एमनियोटिक थैली को अधिक तरल की आवश्यकता होती है। 

 

इसलिए अापको दिन 2 या 3 लीटर पानी पीना चाहिए। एेसे में अापको सब्जियों का रस अौर फलों के रस पीना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक पौष्टिक होता है। कैफीन लेने से बचें के लिए अाप अधिक तरल वाले फल खाएं, जैसे तरबूज, खरबूज़ अादि।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News