इन कारणों से होती है, आपके बच्चों की नजर कमजोर (pics)
punjabkesari.in Monday, Apr 04, 2016 - 05:13 PM (IST)

बच्चों के शरीर की तरह उनकी आंखें भी बहुत कोमल होती हैं। इसलिए हर मां-बाप को चाहिए कि वह अपने बच्चे के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। अक्सर देखा जाता हैं कि छोटे बच्चे टीवी को पास से बैठकर देखते है जिसके कारण उनकी नज़र कमजोर हो जाती हैं। इसलिए बच्चों की आंखों की समय-समय पर जांच जरूर करवानी चाहिए।नहीं तो छोटी उम्र में ही आपके बच्चों की आंखों पर चश्मा लग जाएगा। आज हम आपको कुछ ऐसे कारण बताएंगे जिनसे पता लगाया जा सकता है कि अापके बच्चों की नज़र कमज़ोर हो रही है। तो आइए जानते है...
- अक्सर देखा जाता है कि छोटे बच्चे सोते समय अपनी अाखें मलते रहते है। यह बच्चों की नजर कमजोर होने की निशानी भी हो सकती है। इसलिए बच्चों की आंखों की समय पर जांच करवाएं।
- अगर आपके बच्चे का पढ़ाई के समय या फिर टीवी देखते समय सर दर्द होता है तो उसकी अांखों का जांच जरूर करवा लें।
- ध्यान में रखें कि आपका बच्चा एक अांख से टीबी तो नहीं देखता। अगर एेसा है तो इसका मतलब है कि उसकी नजर कम है और उसे चश्मा लगाने की जरूरत है।
- अगर आपका बच्चा ज्यादा रोशनी में आंखों की पलकें झपकता है या फिर उसे कम रोशनी की तरफ जाते समय उसे धब्बे नजर आते हैं तो यह विटामिन की कमी होने से भी हो सकता है। एेसे में बच्चें के खाने में विटामिन ए बढाने के लिए रोज गाजर का जूस पिलाएं।
- मज़ाक-मज़ाक में बच्चे अपनी नजरों को तिरछा करते रहते हैं। ऐसे में आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह बच्चे की अादत है या फिर नज़र कमजार होने के लक्षण।अगर नजर कमजोर हो तो तुरंत उसकी आंखों का इलाज कराएं।
- अगर बच्चा टीवी देखते समय बीच में अपनी अांखें बंद करके सर को हिलाता रहता है तो उसकी अांखों की जांच करवाएं।
- अगर बच्चे को कोई चीज दूर से साफ न दिखें अौर पास अाकर साफ दिखे तो या उसकी कम होती दृष्टि का संकतक है।
- अपने बच्चें से बात करते समय उसकी अांखों की तरफ अच्छे से देखें कि आई बॉल की गति में किसी तरह की भिन्नता तो नहीं है। अगर है तो बच्चे की आंखों का इलाज करवाएं।
- बच्चे की नींद पूरी न होने से या फिर नेत्रश्लेष्मलाशोथ के कारण अांखे लाल हो जाती है। अगर एेसी कोई भी दिक्कत न हो और फिर भी अांखें लाल होती है तो तुरंत बच्चे को डॉक्टर को दिखाएं।
- आंखों में दर्द के कारण चुभन होती है और आंखों में से पानी निकने लगता है। अगर ये लक्षण लगातार नजर आए तो इसका मतलब है कि अापकी नज़र कम हो गई है अौर अापको चश्मा लगाने की जरूरत है।