जानें महिलाओं के प्रेग्नेंट होने के बाद मन में होने वाले ये डाउट और कंफ्यूजन (pics)

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2016 - 01:45 PM (IST)

अक्सर देखा जाता है कि ज्यादातर महिलाओं के प्रेग्नेंट होने के बाद में उन्हें कई प्रकार के डाउट और कंफ्यूजन होते हैं। एेसे में उन्हें सबसे ज्यादा अपने बच्चे की चिंता होती है और प्रसव का डर भी सताता रहता है। 

 

गर्भावस्‍था के दौरान अगर आपको ब्लीडिंग होना, प्लेसेंटा प्रीविया, सरवाइकल वीकनेस या वेजिना इंफेक्शन आदि समस्याएं अाती है तो अाप इंटरकोर्स करने से बचें क्योंकि इसे आपको तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अाज हम अापको बताएगें कि अगर अाप 8 वें महीने की गर्भावस्था में अाप अपने पार्टनर के साथ रिलेशन बनातो है तो एेसे में अापको अौर बच्चे दोनों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। जानें कैसे...

 

- प्रीमैच्चोर बच्चा

कोई महिलाअों को लगता हैं कि 8 वें महीने में रिलेशन बनाने से उनका बच्चा प्रीमैच्चोर पैदा होता है पर डॉक्टर इसे सही नहीं मानते। उनका कहना हैं कि 8 वें महीने में इंटरकोर्स होने से बच्चे के जन्म का कोई मतलब नहीं होता है।

 

- बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता

कहते हैं कि 8 वें महीने में इंटरकोर्स करने से बच्चे को नुकसान पहुंचता है। पर ऐसा नहीं होता। अगर आपका पार्टनर आपसे सही तरीके और सही पोजीशन में रिलेशन बनाता है तो आपका बच्चे को कोई नुकसान नही पहुंचता।

 

- इमोशनल हेल्थ बनना

प्रेग्नेंसी के दिनों में अगर अाप अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाते है तो आप खुश रहते है और उनके करीब अाते है, जिसे अापका प्रसव खुशी-खुशी हो जाता है।

 

- पार्टनर के साथ बॉन्डिंग बढ़ना 

ज्यादातर महिलाओं को पार्टनर के साथ रिलेशन न होने पर कई बार दूरी महसूस होती है। ऐसे में आप 8वें महीने में भी रिलेशन बना सकते है जिससे पार्टनर के साथ एक अच्छी बॉन्डिग बनाई जा सकती है।

 

- हैप्पी, साफ एंडिंग

8 वें महीने में संबंध बनाने से महिला को कोई दिक्‍कत नहीं होती है, क्योंकि आपका बच्चा गर्भाशय में एक मोटी परत के बीच पल रहा होता है। 

 

- सुरक्षित

ध्यान में रखे कि एेसी स्थिति में पार्टनर के साथ हर बात खुलकर करें अौर एेसी पोजिशन में सेक्स करें कि पेट पर ज्यादा असर न पड़े। जिसे कारण आपका बच्चा गर्भ में सुरक्षित रहता है।


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