केजरीवाल सरकार को दिल्ली हाई कोर्ट का आदेश, भूंकप को लेकर करें तत्काल इंतजाम

Tuesday, Jun 09, 2020 - 02:25 PM (IST)

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। राजधानी दिल्ली में लगातार आ रहे भूकंप (earthquakes) को लेकर अब दिल्ली उच्च न्यायालय सक्रिय हो गई है, दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार और सभी नागरिक एजेंसियों को निर्देश दिया है कि भूकंप से निपटने के लिए अपनी तैयारियों की योजना के बारे में तत्काल आधार पर हलफनामा दायर करें और इसे कैसे लागू करेंगे सुनिश्चित करें।
 


बता दें कि बीते दो महीनों में दिल्ली में 7 बार भूकंप आ गया है। जानकारों का मानना है कि दिल्ली की जमीन के नीचे एक प्राचीन चट्टान समूह है। इसे प्रीकैम्ब्रियन काल का कहा जाता है, जिसमें क्वार्टजाइट, सीस्ट, ग्रेनाइट या पैगमाटाइट समूह होते हैं। अगर भारत के भूकंपीय क्षेत्र की बात करें तो दिल्ली जोन 4 में आता है जो संवेदनशील है। यहां भूकंप की उच्च संभावना है, लेकिन इससे भी अधिक संवेदनशील क्षेत्र उत्तर पूर्व में हिमालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के क्षेत्रों में आते हैं। दिल्ली में एक बड़ी आबादी है, इसलिए हल्के झटके भी लोगों को बेचैन करते हैं।


विशेषज्ञों का कहना है कि सैटेलाइट मैप को देखने से पता चलता है कि दिल्ली का जमीनी स्तर फिसल रहा है। इस स्तर के विन्यास को एक्लॉन फॉल्ट कहा जाता है। यह इस तरह है, जैसे कई साइकिलों को एक दूसरे के बगल में सटाकर पार्क किया गया है और हल्के से झटके के कारण सभी साइलकिल एक के बाद एक गिरती चली जाती हैं।


दिल्ली का स्तर विन्यास भी ठीक इसी प्रकार का है। जिसमें क्वार्टजाइट या सिस्ट की सतह है। जरा सा झटका लगने पर ये सरफेस एक दूसरे के ऊपर गिर सकते हैं। यही कारण है कि 1 महीने में दिल्ली में भूकंप के इतने झटके महसूस किए गए।

 

Murari Sharan

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