गुरुद्वारा कमेटी के वृद्ध आश्रम में 5 लोगों की मौत! विपक्ष का आरोप- इलाज न मिल पाने से हुई मौतें

Thursday, Jun 04, 2020 - 09:14 PM (IST)

नई दिल्ली/ डेस्क। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वृद्ध आश्रम (गुरुनानक सुखशाला) में लॉकडाउन के दौरान 5 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत होने की जानकारी आ रही है। यह वृद्ध आश्रम करोलबाग के निकट राजिंदर नगर में स्थित है। अब विपक्षी आरोप लगा रहे हैं कि 5 बुजुर्गों की कथित तौर पर इलाज ना मिलने के कारण मौत हुई।


जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा तथा महासचिव हरमीत सिंह कालका की अयोग्य नीतियों को इसके लिए दोषी ठहराया। साथ ही बताया कि वृद्ध आश्रम में मौजूद सिर्फ 20 बुजुर्गों की सेवा यह कर नहीं पाए। गलत प्रबंध के कारण 5 बुजुर्ग दुनिया से चले गए तथा छठे की हालत गंभीर है। जीके ने कमेटी द्वारा शुरू की गई लंगर ऑन व्हील व्यवस्था की जगह ट्रटीमैंट ऑन व्हील व्यवस्था की इस समय जरूरत होने की भी दलील दी है।
 

जीके ने कहा कि एक तरफ सिरसा गुरुदवारा बाला साहिब में 550 बिस्तर का अस्पताल शुरू करने तथा गुरुद्वारा बंगला साहिब में 50 रुपये में एमआरआई करने का दावा करते हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना के मुश्किल समय में कमेटी की सभी डिस्पैंसरी, बाला साहिब गुरुदवारे का 50 बेड वाला अस्पताल बाला प्रीतम कैंसर केयर यूनिट सहित बंगला साहिब अस्पताल भी बंद हो गया है।


जीके ने लंगर ऑन व्हील मामले में कमेटी की आलोचना करते हुए उक्त नाम को ही लंगर परंपरा का उल्लंघन बताया। साथ ही पंगत के बिना बंटने वाले लंगर को फूड या भोजन बताने की कमेटी को सलाह दी।


प्राकृतिक मौतों पर घटिया राजनीति बंद करें जीके : कालका
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव व शिरोमणी अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा है कि जागो पार्टी के मुखिया मनजीत सिंह जी.के प्राकृतिक मौतों पर घटिया व तुच्छ राजनीति कर रहे हैं। जीके को  कोरोना महामारी के दौरान अपनी राजनीति चमाकाने के लिए तुच्छ प्रयासों से दूर रहना चाहिए।


कालका ने कहा कि जो पांच मौतें हुईं है उनमें से 2 व्यक्तियों के अपने घरों में प्राकृतिक तौर पर मौतें हुईं हैं, जबकि बाकी की तीन में से एक व्यक्ति 99 वर्ष, एक 94 वर्ष और एक 90 वर्ष की उम्र का व्यक्ति था जिनकी मौत प्राकृतिक तौर पर हुई है। उन्होंने कहा कि इतनी वृद्धावस्था में गुरु के आदेशानुसार इस संसार को अलविदा कहने के मामले पर मनजीत सिंह जी.के राजनीति करने पर सिख संगत के हृदयों को चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जी.के शायद गुरबाणी को भूल गये हैं कि यहां से हर इंसान को गुरु के आदेशानुसार ही जाना है।


कालका ने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने वृद्धा आश्रम से संबधित मौतों को लेकर जिस घटिया मानसिकता की नुमाईश करते हुए अपनी तुच्छ सोच का परिचय दिया है उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। ऐसा लगता है कि मनजीत सिंह जी.के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के तथ्य को बर्दाशत नहीं कर पा रहे और शिरोमणी अकाली दल व पंथक संस्थाओं को बदनाम करने के लिए हमेशा आतुर रहते हैं। 

Murari Sharan

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