गणतंत्र दिवस: राजपथ पर इस बार हुआ कुछ खास...दिखे कई बदलाव

punjabkesari.in Tuesday, Jan 26, 2016 - 01:02 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियां, अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक परंपराएं, आत्म-निर्भरता और स्वदेशीकरण पर सरकार का जोर, इन सभी की झलक 67वें गणतंत्र दिवस समारोह में परेड के दौरान राजपथ पर नजर आएगी। गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार देशवासियों को राजपथ पर काफी कुछ नया देखने को मिलेगा। परेड के समय के साथ ही समयावधि में भी बदलाव किए गए हैं। परेड सुबह 10 बजे बजे से 11.30 बजे तक होगी।

-परेड को रोचक और चुस्त बनाने के लिए इसकी समयावधि को 114 मिनट से घटाकर करीब 97 मिनट कर दिया गया है।

-गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार फ्रांस की सेना का 76 सदस्यीय दल भी राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति को सलामी देगा। इस दल में 48 संगीतकारों का दस्ता भी शामिल होगा।

- फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद इस बार गणतंत्र दिवस के खास मेहमान हैं

- परेड में 26 साल के बाद सेना के श्वान (कुत्ता) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ भाग लेंगे। डॉग स्क्वॉड में 36 कुत्ते हैं जिनमें 20 लैब्रेडोर और 16 जर्मन शेपर्ड शामिल हैं।

- वन रैंक वन पेंशन लागू करने के बाद इस बार पूर्व सैनिकों का दस्ता भी राजपथ पर कदमताल करने की बजाए एक झांकी वाहन पर सवार नजर आएंगे।

- साथ ही इस दस्ते में पहली बार तीनों सेनाओं के पूर्व सैनिकों को शामिल किया गया है। अब तक थल सेना के पूर्व सैनिक ही मार्च करते थे।

- टी-90 टैंक, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस, आकाश मिसाइल सिस्टम, स्मर्च मिसाइल सिस्टम भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन करेंगे। मार्चिंग दस्तों में सिग्नल, राजपूत, गोरखा समेत कई पल्टनों के दस्ते होंगे।

- नौसेना इस बार गणतंत्र दिवस परेड की लीड फोर्स है। गणतंत्र दिवस परेड पर नौसेना की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट अंबिका नौटियाल ध्वजारोहण करेंगी और एक महिला अधिकारी, प्रिया जयकुमार ही 29 जनवरी को बीटींग रिट्रीट समारोह के बाद गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के समापन के वक्त राष्ट्रीय ध्वज को अवरोहित करेंगी। नौसेना के दस्तों की अगुवाई एक मार्कोज कमांडो लेफ्टिनेंट कमांडर अनिल रैना करेंगे. उनके साथ तीन महिला अधिकारी बतौर प्लाटून कमांडर होंगी।

-नौसेना दस्तों के साथ झांकी भी नजर आएगी जिसमें मेक इन इंडिया की ताकत दिखाने की कोशिश होगी। तेजी के साथ मेक इन इंडिया के मंत्र पर आगे बढ़ रही भारतीय नौसेना झांकी में स्वदेशी विमानवाहक पोत और परमाणु पनडुब्बी अरिहंत का मॉडल पेश करेगी।

-वायुसेना के दस्ते के साथ झांकी में आपदा राहत में वायुसेना के विभिन्न मिशनों को दिखाया जाएगा। परेड में डीआरडीओ सर्विलांस रडार और शॉर्ट रेंज मिसाइल की ताकत बताएगा।

-अर्धसैनिक बलों के दस्तों में बीएसएफ का ऊंट बैंड भी नजर आएगा. इस तरह की खबरें आई थी कि बैंड को बाहर कर दिया गया है लेकिन बीएसएफ के आग्रह के बाद इसे शामिल किया गया है।

-इस बार असम, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल समेत 17 राज्यों की झांकी परेड का हिस्सा होंगी। इसके अलावा केंद्र सरकार के 5 मंत्रालयों की झांकियों के अलावा चुनाव आयोग की भी एक झांकी होगी।

- परंपराओं के अनुसार, राजपथ पर बीएसएफ के ऊंट दस्ते के सजे-धजे रंग-बिरंगे 56 उंटों का दस्ता डिप्टी कमांडेंट कुलदीप जे. चौधरी के नेतृत्व में मार्च करेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News