पाकिस्तान ने फिर खेला गंदा खेल, नकली नोट बनाकर दिल्ली में करते थे सप्लाई

Friday, Jun 29, 2018 - 11:39 AM (IST)

नई दिल्ली: स्पेशल सेल ने दो ऐसे तस्करों को गिरफ्तार किया है,जो पाकिस्तान में बने दो हजार के नकली नोट दिल्ली में सप्लाई करते थे। गिरफ्तार तस्करों की पहचान प्रवीण और सोनू चौधरी के रूप में हुई है। दोनों चंपारण के रहने वाले हैं। उनके पास से दो दो हजार के करीब पांच लाख के नकली नोट बरामद किए गए हैं। सोनू प्रवीण के माध्यम से नकली नोट दिल्ली में खपाता था। बरामद नकली नोट पाकिस्तान में तैयार किए गए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। 

दिल्ली के व्यस्त बाजार में खपाए जाने थे नोट
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव के मुताबिक सेल को सूचना मिली थी कि एक तस्कर 23 जून को नकली नोट की खेप के साथ रोहिणी सेक्टर-2 इलाके में आने वाला है। सूचना के बाद इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और जितेन्द्र तिवारी की टीम ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से दो-दो हजार के चार लाख रुपए मूल्य के नकली नोट बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि उक्त नकली नोट उसे बिहार के पश्चिमी चंपारण निवासी सोनू ने उपलब्ध करवाए थे। नोट दिल्ली के व्यस्त बाजार में खपाए जाने थे। अन्य तस्कर का पता चलने पर पुलिस की टीम ने 27 जून को बिहार से सोनू को भी दबोच लिया। उसके पास से एक लाख रुपए मूल्य के नकली नोट बरामद हुए। 

बांग्लादेश से नेपाल के रास्ते मालडा में लाये जाते थे नकली नोट
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बरामद नोट पाकिस्तान के बने हुए हैैं। इन नोटों को बांग्लादेश से नेपाल के रास्ते पश्चिम बंगाल के मालडा में लाया जाता है। बाद में उसकी आपूर्ति अलग-अलग तस्करों द्वारा पूरे देश में की जाती थी। सोनू गत पांच वर्ष से यह काम कर रहा है। वह मालडा से असरफ नाम के बदमाश से नकली नोट प्राप्त करता था। बाद में प्रवीण सहित अन्य तस्करों के माध्यम से उसे दिल्ली सहित यूपी, हरियाणा व बिहार में खपाया जाता था। 

50 लाख से अधिक के नकली नोट खपा चुके हैं भारत में 
असरफ अबतक तक 50 लाख मूल्य के नकली नोट भारत में खपा चुका है। वहीं प्रवीण पिछले तीन वर्ष से तस्करी में लिप्त था और वह पांच बार में दिल्ली में अब तक करीब 20 लाख के नकली नोटों की तस्करी कर चुका है। बरामद नकली नोटों की गुणवत्ता इतनी उत्कृष्ट है कि साधारण व्यक्ति नकली नोटों को आसानी से नहीं पहचान सकता। 

Anil dev

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