दिल्ली पुलिस ने नहीं उठाया जज का फोन, HC ने जमकर लगाई फटकार

Monday, Aug 29, 2016 - 02:21 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर खराब सर्विस को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई। हाई कोर्ट ने पुलिस को फटकारते हुए कहा कि हम सिर्फ आपकी माफी नहीं चाहते बल्कि ये भी जानना चाहते हैं कि आप 100 नंबर को सुधारने के लिए क्या-क्या कर रहे हैं? कोर्ट ने कहा हम चाहते हैं कि लोगों की वो समस्या हल हो जिसमें वो जब 100 नंबर पर बार-बार फोन करने के बाद बात नहीं कर पाते। अपनी सर्विस को बेहतर करने के लिए आप क्या कर रहे है इसके बारे में पुलिस रिपोर्ट दें।

पुलिस ने कोर्ट में जवाब दिया कि एक दिन में काफी कॉल्स आती हैं जिस वजह से कई कॉल्स मिस हो जाती हैं। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि अब ऐसा सिस्टम किया जाएगा कि जब कॉल मिस होगी तो, उसको कॉल बैक किया जाएगा। साथ ही स्टाफ को भी बढ़ाया जा रहा है। पुलिस ने और एक्यूरेसी लाने के लिए इस वित्तीय वर्ष मे पीसीआर सैंटर को पीसीआर गाड़ी से जोड़ने की योजना भी बनाई है लेकिन पुलिस का कहना है कि अभी इस काम मे 663 नए स्टाफ को रखने की जरूरत है।

वहीं लोगों को आई समस्याओं को लेकर दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय ने इस मामले में कोर्ट में जज से लिखित रूप में माफी भी मांगी। बता दें कि हाई कोर्ट ने इस मामले पर तब संज्ञान लिया था जब अप्रैल में हाई कोर्ट के एक जज वसंत कुंज के ट्रैफिक में 2 घंटे तक फंसे रहे। उन्हें एक पारिवारिक कार्यक्रम में जाना था। सड़क पर कोई पुलिसकर्मी न होने पर उन्होंने कई बार 100 नंबर पर फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। फिर उन्होंने पुलिस कमिश्नर को उनके मोबाइल पर फोन किया लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया न ही कॉल बैक किया।

इस घटना से आहत होकर जज ने हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस को खत लिखा कि पुलिस जब एक जज का फोन नहीं उठाती तो फिर आम लोगों का पुलिस की इस हेल्पलाइन के साथ कितना बुरा अनुभव होगा। कोर्ट ने उस पत्र पर संज्ञान लेते हुए उसे एक जनहित याचिका में तब्दील कर दिया और पुलिस से पूछा कि हेल्पलाइन की इतनी स्थिति बुरी क्यों है। इस मामले में आज दिल्ली पुलिस की क्लास लगी।

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