विदेश नीति पर सुषमा का पलटवार, यूपीए की 'नाकामयाबियों' को बनाया कामियाब

Thursday, Aug 03, 2017 - 08:38 PM (IST)

नई दिल्लीः मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़ा करने वाली कांग्रेस पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पलटवार किया है। राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेश नीति की चिंता की जन्मदाता हम नहीं कांग्रेस है। कांग्रेस का अधूरा काम हम पूरा कर रहे हैं। विपक्ष बताए कि किस देश से हमारे संबंध खराब है। 

सुषमा स्वराज ने कहा कि चीन की घेरेबंदी की शुरुआत कांग्रेस की सरकार के समय ही शुरू हो गई थी। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि चीन की चिंता उन्होंने अपनी सरकार के दौरान क्यों नहीं की। सुषमा ने कहा है कि कांग्रेस की विदेश नीतियां नाकाम रही हैं। सुषमा ने कहा कि कांग्रेस ने हंबनटोटा और ग्वादर में सवाल क्यों नहीं उठाया। हंबनटोटा में साल 2008 और ग्वादर में साल 2013 में काम शुरू हुआ था। उस समय यूपीए की सरकार थी। 

विदेश मंत्री ने सदन में बताया कि आज इजरायल हमारा अच्छा दोस्त है लेकिन हम फिलिस्तीन को भी नहीं भूलेंगे। ये हमारा संकल्प है। उन्होंने कहा कि मैं खुद पहले फिलिस्तीन गई फिर उसके बाद इजरायल गई थी।ये हमारी विदेश नीति की ही सफलता है कि आज रूस और अमेरिका भी हमारे साथ है।

सुषमा ने कहा कि मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो ग्लोबल एजेंडा तय करते हैं। आज भारत ग्लोबल एजेंडा तय कर रहा है। पीएम मोदी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने का माद्दा है।इससे पहले कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राज्यसभा में विदेश नीति पर चर्चा के वक्त पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 65 देशों की यात्रा कर चुके हैं लेकिन उन्होंने सदन को नहीं बताया कि देश को इससे क्या मिला। 

'विपक्ष की झगड़ा लगाने की कोशिश'

सुषमा स्वराज ने कहा कि विपक्ष सत्तापक्ष में झगड़ा लगाने की कोशिश करता है। विपक्षा कहता है कि मेरा इस्तेमाल नहीं हो रहा है। विपक्ष बताए कि किस प्रोटोकॉल में है कि पीएम और विदेश मंत्री साथ जाए? सुषमा ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह से पूछा कि आप बताएं कि अपने साथ कितनी बार विदेश मंत्री को साथ लेकर गए।

Advertising