PICS: 4 साल के इस Cricketer के फैन हैं ईशांत शर्मा, बैटिंग देख हर कोई रह जाता है हैरान

Sunday, Jul 24, 2016 - 02:23 PM (IST)

नई दिल्ली: नई दिल्ली के नेताजी सुभाष चंद्र स्टेडियम में क्रिकेट की प्रैक्टिस करते इस 4 साल के शायान जमाल को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ जाती है। भीड़ चौंकने वाली नजरों से जमाल के कवर ड्राइव, स्ट्रेट ड्राइव अैर फॉरवर्ड डिफेंस शॉट देखती रहती है। इसका कारण है शायान की उम्र। वह महज 4 साल का है लेकिन शॉट की ताकत अपने से उम्र में 3 गुने किसी भी खिलाड़ी जितनी।


अंडर 14 से खेलने का है ऑफर
शायान स्कूल की अंडर-12 टीम में वो अभी खेल रहा है। जबकि दिल्ली के ही एक क्रिकेट क्लब ने शायान को अंडर-14 में खेलने का ऑफर भी दिया है। बता दें कि उसकी बैटिंग के दीवाने इंटरनैशनल क्रिकेटर ईशांत शर्मा, पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा और भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान ईशान किशन भी हैं। वैसे तो शायान खुद विराट कोहली के फेन हैं।


पिता दे रहे हैं कोचिंग
बताया जा रहा है कि शायान को उनके पिता कोचिंग दे रहे हैं। पिता और कोच अरशद कहते हैं कि अब तक जितने भी कोच ने शायान की बल्लेबाजी देखी है, उन्होंने कहा है कि यह आगे जाकर बहुत नाम कमाएगा।  वो भारत के लिए खेलना चाहता है और इसकी बात वह अक्सर कहता है।


हैरानी की बात तो यह है कि उन्होंने बेटे के सपनों को पूरा करने के लिए अपने कपड़ों का कारोबार तक दांव पर लगा दिया है। अरशद जमाल ने खुद क्लब स्तर पर क्रिकेट खेला है। शायान के पिता बताते हैं कि पहली बार 2 साल 10 महीने की उम्र में ही 60 दिन के लिए मैं उसे ट्रायल पर ले गया। मैंने पाया कि वह आराम से ढाई से 3 घंटे क्रिकेट खेलने के बाद भी थकता नहीं है। खेल में रुचि दिखाने के साथ ही, और खेलने की भी बोलता है। शायान ने बताया कि उसे बैटिंग में कवर ड्राइव लगाना बेहद पसंद है। हाल ही में उसने एक पेंटिंग क्रिकेट के मैदान की बनाई है।


शायान ने पूरे घर को ही क्रिकेट का छोटा सा मैदान बना दिया है। वे कहते हैं कि भविष्य में आगे जाने के लिए शायान को पैसे की आवश्यकता पड़ेगी इसके लिए मैं अभी से बचत कर रहा हूं। जानकारी के मुताबिक सुबह साढ़े 5 बजे उठने से शायान के दिन की शुरुआत होती है। वह 6 बजे एक उबला अंडा और एक गिलास दूध पीकर हमदर्द पब्लिक स्कूल जाता है। स्कूल से आने और कोचिंग पर जाने के बीच के साढ़े 3 घंटे में वह स्कूल का होम वर्क करता है। फिर अगर किसी चैनल पर मैच आ रहा है तो वह मैच देखता है, नहीं तो कार्टून चैनल देखता है।


शायान के स्कूल के क्रिकेट कोच अरुण कुमार ने भास्कर को बताया कि मैं पिछले 3 साल से स्कूल का कोच हूं मैंने अभी तक हमारे स्कूल के साथ ही दिल्ली के स्कूलों में भी अंडर-12 में इतना छोटा बच्चा खेलते नहीं देखा। कब विकेट पर कदम बढ़ाना है, कब कंधा नीचे करना है और सिर की पोजीशन कैसी रखनी है आदि हर बात का वह खेलते हुए अभी से ध्यान रखता है। वे कहते हैं कि बारिश के बाद इस बार होने वाले जोनल स्तर के इंटर स्कूल कंपटीशन में शायान को खिलाएंगे।

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