कारोबार पर भी छाई गहरी धुंध, दिल्ली छोड़ सकती हैं कंपनियां

Saturday, Nov 11, 2017 - 09:07 AM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली-एन.सी.आर. पर छाई गहरी धुंध यहां की सर्विस बेस्ड इकोनॉमी की सेहत भी बिगाड़ सकती है। उद्योग संगठन और विशेषज्ञों ने केन्द्र और राज्य सरकारों को आगाह किया है कि दिल्ली में प्रदूषण का गंभीर स्तर बना रहा तो यहां से बड़े पैमाने पर कंपनियां दिल्ली छोड़ सकती हैं। पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के चीफ इकोनॉमिस्ट एस.पी. शर्मा ने कहा कि इस स्तर का पॉल्यूशन दिल्ली की सर्विसेज आधारित अर्थव्यवस्था के लिए बेहद खतरनाक है।

प्लांट और मशीनरी वाली मैन्यूफैक्चरिंग इकोनॉमी के मुकाबले सर्विस बेस्ड इकोनॉमी में कारोबार या जॉब शिफ्ट करना आसान होता है। जब सांस लेना ही मुहाल हो जाएगा तो लोग कहीं और विकल्प तलाशेंगे। उद्योग संगठन एसोचैम ने केन्द्र और दिल्ली, हरियाणा व पंजाब सरकारों को आगाह किया है कि अगर पॉल्यूशन खत्म करने के कारगर कदम नहीं उठाए गए तो दिल्ली-एन.सी.आर. में निवेश के लाले पड़ जाएंगे। एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा कि सरकारों की हैल्थकेयर की लागत बढ़ेगी।

हालात ऐसे ही रहे तो टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी और आऊटडोर रिक्रिएशन इंडस्ट्री को बड़ा झटका लग सकता है। सी.आई.आई. दिल्ली स्टेट सैल के चेयरमैन राहुल चौधरी ने कहा कि हालात आदमी की सेहत से लेकर कार्पोरेट तक के लिए गंभीर हैं। संबंधित सरकारों को किसानों और नागरिक संगठनों के साथ मिलकर कोई ठोस हल निकालना चाहिए। फसलों की कटाई के बाद बचे हिस्से की रिसाइकलिंग का विकल्प तलाशना चाहिए, जिससे उसे जलाना न पड़े।

फूड ट्रक फैस्टीवल पर भी प्रदूषण का असर, अब दिसम्बर में
दिल्ली में अत्यधिक प्रदूषण का असर इस सप्ताह होने वाले दिल्ली फूड ट्रक फैस्टीवल पर भी पड़ा है और अब इसका आयोजन प्रदूषण कम होने के बाद दिसम्बर में किसी तारीख पर होने की संभावना है। आयोजकों ने एक बयान में बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा होने की वजह से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 11 और 12 नवम्बर को होने वाले इस आयोजन को अब टाल दिया गया है। आयोजन समिति ने कहा, ‘‘दूसरे दिल्ली फूड ट्रक फैस्टीवल (डी.एफ.टी.एफ.) के लिए दिल्ली वासियों को अब थोड़ा इंतजार करना होगा। हमें लोगों को होने वाली असुविधा के लिए खेद है।’’

कमर्शियल ढुलाई पर भी  असर
दिल्ली-एन.सी.आर. के अलावा उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में धुंध के फैलते जाने से ज्यादातर हाइवे पर गाडिय़ों की रफ्तार घटी है, जिससे कमर्शियल फ्रेट मूवमैंट प्रभावित हो सकता है। इंडियन फाऊंडेशन ऑफ  ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेङ्क्षनग के को-ऑॢडनेटर एस.पी. सिंह ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यू.पी. से होकर गुजरने वाले ज्यादातर राजमार्गों पर बुधवार को विजीबिलिटी शून्य से निम्नतर स्तरों तक दर्ज की गई। ई.पी.सी.ए. और दिल्ली सरकार की ओर से संकेत आए हैं कि हालात गंभीर बने रहे तो दिल्ली में कमर्शियल वाहनों की एंट्री बंद की जा सकती है। इससे दिल्ली-एन.सी.आर. में सप्लाई को लेकर भी लोग चिंतित हैं।

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