दिल्ली निगमकर्मियों की सैलरी पर BJP- AAP में कलह

Thursday, Mar 15, 2018 - 11:58 AM (IST)

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से उत्तरी निगम का बकाया पैसा नहीं दिया जा रहा। इसकी वजह से सफाई कर्मचारी, अध्यापकों व ठेकेदारों को वेतन तक नहीं मिल रहा।

 

निगम में नेता विपक्ष राकेश कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार पर उत्तरी निगम का कोई पैसा बकाया नहीं है, जबकि सच यह है कि दिल्ली सरकार ने जो लोन उत्तरी निगम को दिया है, उसका ब्याज भी नहीं वसूला जा रहा है। इसके बावजूद निगम में शासित भाजपा नेता झूठ बोल रहे हैं। निगम पर कुल मिलाकर 3500 करोड़ रुपए की देनदारियां हैं।

दूसरी ओर उत्तरी निगम का डीडीए पर 900 करोड़ रुपए, दक्षिणी निगम पर 1300 करोड़ रुपए बकाया है। उत्तरी निगम में स्थायी समिति के सदस्य और ‘आप’ के पार्षद विकास गोयल ने बताया कि मीटिंग में मिली जानकारी के मुताबिक, निगम के सभी कर्मचारियों का कुल 1706 करोड़ रुपए वेतन और एरियर रुका हुआ है। भाजपा नेताओं ने सारा पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है।

वहीं, इस मुद्दे को लेकर दिल्ली विधानसभा में विपक्ष पार्टी के नेता विजेंद्र गुप्ता ने अपनी बात रखते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा के शुरु होने वाले सत्र में उत्तर और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों में व्याप्त विषम आर्थिक संकट के मुद्दे  पर काम रोको प्रस्ताव लाएगा। 

 

इतना ही नहीं उन्होंने दिल्ली सरकार पर पर वित्तीय स्थिति को पंगु बनाकर राजनीतिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार राजनीतिक दुर्भावना की वजह से नगर निगमों के प्रति अपने संवैधानिक दायित्वों को सही से नहीं कर पा रही है। यह प्रस्ताव दिल्ली विधान सभा के नियम 59 के अंतर्गत लाया जाएगा।

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