जीरकपुर नगर काऊंसिल ने बिना सहमति के डाल दी ड्रेन पाइप

Sunday, Nov 06, 2016 - 02:37 PM (IST)

पंचकूला (मुकेश): हुडा के अधिकारी किस शिद्दत के साथ अपने काम को अंजाम रहे हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जीरकपुर नगर काऊंसिल ने बिना हुडा अधिकारियों की सहमति के हुडा के अधीन आने वाले बरसाती चौ में जे.सी.बी. से खुदाई कर ड्रेन पाइप डालनी शुरू कर दी। लेकिन पंचकूला के सैक्टर-19 में बरसाती चौ के किनारे रहने वाले लोगों ने बलटाना की तरफ से पाइप लाइन चौ तक डाले जाने का विरोध किया तो जे.सी.बी. के साथ खुदाई कर रहा शख्स अपनी मशीन के साथ वहां से भाग गया। लोगों ने हुडा के अफसरों को इस संबंध में जानकारी भी दी, लेकिन एक जे.ई. के अलावा किसी अधिकारी ने मामले की गंभीरता को नजर अंदाज करते हुए मौके पर जाकर चैक करना और काम को रुकवाना भी मुनासिब नहीं समझा। हालांकि इस संबंध में हुडा के डिवीजन नंबर-1 के एक्सियन ए.के. अहलावत से कई बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। 

 

हुडा के जे.ई. ने किए हाथ खड़े
पंचकूला सैक्टर-19 और बलटाला के मॉर्डन एन्क्लेव पर बलटाना की तरफ से एक जे.सी.बी. चालक गली से खुदाई कर पंचकूला के अधीन आने वाले बरसाती चौ तक पहुंच गया। जब कुछ लोगों ने देखा तो उन्होंने विरोध किया जिस पर जे.सी.बी. चालक मशीन लेकर भाग खड़ा हुआ। लोगों ने हुडा के अधिकारियों को जानकारी दी जिस पर हुडा के जे.ई. गुरनाम वहां आए पर उन्होंने कहा कि मामला सीनियर अफसरों के लैवल का है, वह कुछ नहीं कर सकते। जब कुछ लोगों ने बताया कि इसके बाद जब जीरकपुर नगर काऊंलिस के ई.ओ. को फोन किया तो उन्होंने कहा कि जो पाइप डाल रहा है उसे पुलिस के हवाले कर दो पर बाद में फोन कर कहा कि जो पाइप डाल रहे हैं वह उन्हीं के लोग हैं।

 

हाईकोर्ट के आदेशों की जीरकपुर नगर काऊंसिल उड़ा रहा धज्जियां..
अहम बात यह है कि मोहाली के डी.सी. की तरफ से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में कुछ समय पहले यह एफिडैविट दायर किया जा चुका है कि सैक्टर-19 के पास से बहने वाला बरसाती चौ उनके अधीन हीं आता। अगर बरसाती चो मोहाली के अधीन नहीं आता तो फिर किस अधिकार से जीरकपुर की तरफ से पाइप लाइन बरसाती चौ तक डाली जा रही है, इसके लिए जवाबदेही किसकी? यहीं नहीं हाईकोर्ट ने बरसाती चौ से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ पर रोक लगा रखी है। ऐसे में जीरकपुर नगर काऊंसिल पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाने में लगा हुआ है।
 

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