Income tax notice: जूस विक्रेता को Income Tax का 7 करोड़ 79 लाख रुपये का नोटिस, परिवार में मचा हड़कंप...
punjabkesari.in Thursday, Mar 27, 2025 - 10:19 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अलीगढ़ के एक छोटे से मोहल्ले में रहने वाले रईस नामक युवक के लिए जीवन एक अजीब मोड़ पर आ गया है। परिवार का भरण-पोषण करने के लिए जूस की दुकान चलाने वाला यह युवक अब आयकर विभाग के करोड़ों रुपये के नोटिस के कारण सुर्खियों में आ गया है। 7 करोड़ 79 लाख रुपये के नोटिस ने न सिर्फ रईस की जिंदगी, बल्कि उसके पूरे परिवार को हिला कर रख दिया है। तीन दिन से यह युवक और उसका परिवार सदमे में हैं, क्योंकि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि यह बड़ा नोटिस उनके नाम क्यों आया।
क्या है मामला?
अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के तार वाली गली में रहने वाले रईस को आयकर विभाग ने यह नोटिस भेजा, जिसमें दावा किया गया कि उसकी ID से पंजाब के चुनाव में लाखों रुपये दान किए गए थे। यह जानकारी जब रईस को मिली तो उसकी हालत खराब हो गई। रईस ने हमेशा से अपनी दुकान में जूस और ठंडे पेय बेचे हैं और उसका परिवार आर्थिक रूप से सामान्य था, लेकिन इस बड़े नोटिस ने उनके पैरों तले जमीन खिसका दी। रईस का कहना है कि उसने कभी भी किसी बड़े पैमाने पर पैसे के लेन-देन में हिस्सा नहीं लिया, और न ही उसकी जानकारी में ऐसा कोई लेन-देन हुआ है। वह पूरी तरह से चकित है कि कैसे उसका नाम इस रकम से जुड़ गया।
नोटिस ने बढ़ाई चिंता
रईस के परिवार में इस नोटिस के बाद हड़कंप मच गया है। रईस की मां ने आंसुओं के साथ कहा, "हम तो रोज़ की जरूरतों के लिए संघर्ष करते हैं। अगर हमारे पास इतने पैसे होते, तो क्या हम इतने कष्ट में जीते?" कुछ लोगों का मानना है कि यह नोटिस गलती से भेजा गया है, जबकि अन्य इसे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा मान रहे हैं। रईस के एक पड़ोसी ने कहा, "रईस मेहनत करने वाला साधारण इंसान है, और अगर वह करोड़पति होता, तो क्या वह जूस की दुकान चलाता?"
सरकारी एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रारंभिक जांच में यह शक जताया गया है कि किसी ने रईस की आईडी का गलत इस्तेमाल कर पंजाब में चुनावों के दौरान दान किया है। इस मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है, और अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले में पूरी जानकारी लाकर स्थिति स्पष्ट करेंगे।
रईस की अपील
रईस ने मीडिया और सरकारी अधिकारियों से अपील की है कि उनकी स्थिति को समझा जाए और उन्हें इस परेशानी से बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा, "मैं एक गरीब आदमी हूं, मेरी बस एक छोटी सी दुकान है। मुझे नहीं पता कि यह नोटिस क्यों आया है, और मैं प्रशासन से अपील करता हूं कि वे इस मामले की सही से जांच करें और मुझे न्याय दिलाएं।"