आप भी बन रहे हैं पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी का शिकार? जानें बचने के 5 आसान उपाय!

punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 11:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर वाहन चलाते हैं, तो पेट्रोल पंप पर जाना आपके रोजमर्रा की जरूरत है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कहीं आपके साथ हर बार पेट्रोल डलवाते समय ठगी तो नहीं हो रही? जी हां, पेट्रोल पंप पर हो रही धोखाधड़ी अब एक आम समस्या बन चुकी है, लेकिन थोड़ी सी जागरूकता आपको इस नुकसान से बचा सकती है।

क्या केवल '0 मीटर' देखना काफी है? नहीं!
अधिकतर लोग पेट्रोल भरवाने से पहले केवल यह सुनिश्चित करते हैं कि मीटर ‘0’ पर सेट किया गया है या नहीं। लेकिन अब धोखाधड़ी करने वाले कर्मचारी इससे भी दो कदम आगे निकल चुके हैं। वे एक नई तकनीक, जिसे "जंप ट्रिक" कहा जा रहा है, का इस्तेमाल करने लगे हैं।

क्या है "जंप ट्रिक" धोखाधड़ी?
"जंप ट्रिक" में मीटर पर शुरुआत में तो ‘0’ दिखाया जाता है, लेकिन पेट्रोल भरने के साथ ही मीटर की रीडिंग सीधे 5 या उससे ज्यादा पर पहुंच जाती है। यानी मीटर 1, 2, 3, 4 जैसी रीडिंग को पूरी तरह स्किप कर देता है। इसका मतलब है कि पेट्रोल कम डाला गया, लेकिन भुगतान पूरी मात्रा के लिए वसूला गया।

धोखाधड़ी पकड़ने के लिए अपनाएं ये तरीका
ध्यान से मीटर पर नजर रखें: पेट्रोल भरते समय सिर्फ शुरुआत की नहीं, बल्कि हर एक रीडिंग को गौर से देखें।
रीडिंग की गति को समझें: अगर रीडिंग अचानक 0 से सीधे 5 या 6 पर पहुंच रही है, तो समझ जाइए कि कुछ गड़बड़ है।
बोलने में न हिचकें: अगर संदेह हो तो तुरंत कर्मचारी से सवाल करें और मांग करें कि पेट्रोल फिर से सही तरीके से डाला जाए।


ईंधन की क्वालिटी भी है मायने रखती
अक्सर पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को डेंसिटी रीडिंग के बारे में जानकारी नहीं होती। लेकिन डेंसिटी रीडिंग यह बताती है कि पेट्रोल या डीजल की गुणवत्ता क्या है। अगर डेंसिटी बार-बार असामान्य दिख रही है, तो इसका मतलब है कि ईंधन मिलावटी हो सकता है।
➤  सही डेंसिटी रेंज: पेट्रोल की सामान्य डेंसिटी रेंज 730 से 770 kg/m³ के बीच होती है।
➤  डेंसिटी बोर्ड देखें: पेट्रोल पंप पर एक डिस्प्ले बोर्ड होना चाहिए जिसमें डेंसिटी की जानकारी दी गई हो।


अगर हो जाए धोखाधड़ी तो कहां करें शिकायत?
अगर आप महसूस करते हैं कि आपके साथ किसी पेट्रोल पंप पर धोखा हुआ है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप सीधे तेल कंपनी के टोल फ्री नंबर पर या ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
तेल कंपनियों के टोल फ्री नंबर:
HPCL: 1800-2333-555
BPCL: 1800-22-4344
Indian Oil: 1800-2333-555
अगर शिकायत सही पाई जाती है, तो पेट्रोल पंप पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है, और यहां तक कि उसका लाइसेंस भी रद्द हो सकता है।


जागरूक ग्राहक ही सुरक्षित ग्राहक
आज के दौर में जब हर वस्तु की कीमत बढ़ रही है, ऐसे में पेट्रोल की हर बूंद कीमती है। यदि आप सतर्क नहीं रहेंगे तो पेट्रोल पंप की चालबाजियां आपकी जेब पर असर डाल सकती हैं। अगली बार जब भी पेट्रोल भरवाने जाएं, तो इन सभी बातों को जरूर ध्यान में रखें और खुद को किसी भी तरह की ठगी से सुरक्षित रखें।


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Content Editor

Mansa Devi

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