येचुरी और प्रकाश करात के बीच टकरार, CPM सांसद निष्कासित

Thursday, Sep 14, 2017 - 01:18 PM (IST)

नई दिल्ली: माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) में सियासी घमासान मचा हुआ है। पार्टी में सीताराम येचुरी और प्रकाश करात के गुटों के बीच राजनीतिक वर्चस्व का तकरार चल रहा है। सीपीएम ने बुधवार को राज्यसभा सांसद और एसएफआई के पूर्व अखिल भारतीय महासचिव रितब्रता बनर्जी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस निलंबन के साथ ही ये संकेत और भी स्पष्ट हो गया है कि अगले साल होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय कन्क्लेव से पहले सीपीएम में सीताराम येचुरी और प्रकाश करात कैंप के बीच टकराव और भी तेज होगा।

रीताब्रता बनर्जी ने बताया कि उनकी लड़ाई प्रकाश करात और वृंदा करात के खिलाफ है पार्टी के खिलाफ नहीं। बनर्जी का निलंबन उनके उस विस्फोटक इंटरव्यू के बाद आया जिसमें उन्होंने पार्टी के आलाकमान पर जमकर भड़ास निकाली थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि रीताब्रता बनर्जी के निलंबन का पिछले विवादों से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन उनके टीवी इंटरव्यू ने उनकी किस्मत तय कर दी। उन्होंने कहा कि बनर्जी ने पार्टी लीडरशिप के खिलाफ इतना कुछ कहा इसके बाद पार्टी नेतृत्व के पास कोई विकल्प नहीं बच जाता था। 

रीताब्रता बनर्जी राज्य कमेटी के सदस्य थे। पार्टी के सूत्रों के अनुसार इस फैसले को केन्द्रीय कमेटी से भी मंजूरी लेनी पड़ेगी। रीताब्रता बनर्जी ने कहा कि ये 21 सालों का साथ था, मैं तड़प रहा हूं, मुझे बेहद दुख है क्योंकि ये जड़ों का सवाल है। मैंने पार्टी के सिवा कुछ भी नहीं जाना है, मेरी लड़ाई कुछ लोगों के खिलाफ है। दिल्ली में प्रकाश करात और वृंदा करात के खिलाफ तो पश्चिम बंगाल में उनके एजेंट मोहम्मद सलीम के खिलाफ। उन्होंने कहा कि मैं एक निर्दलीय एमपी के रूप में पश्चिम बंगाल के मुद्दों को उठाता रहूंगा।
 

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