चीन के खिलाफ अपने ही घर में सुलग रही चिंगारी ! क्या एक और बांग्लादेश बनने की तैयारी ?

Sunday, Jul 26, 2020 - 03:24 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन में उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों से पूरी दुनिया वाकिफ है। विश्व भर के कई देश इसके खिलाफ आवाज भी उठा चुके हैं लेकिन चीन इन आरोपों को खारिज करता आ रहा है। चीन की बड़ी आबादी वाले क्षेत्र शिनजियांग को लेकर सोशल एक्टिविस्ट लिली हार्डिंग ने एक चौंकाने वाल खुलासा किया है। लिली का मानना है कि चीन सरकार के खिलाफ अब उइगर मुसलमानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा और वे इसके खिलाफ बगावत पर उतर सकते हैं। लिली ने द कूटनीती, एक राय लेख में लिखा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण से मुक्त होने के लिए शिनजियांग संभवत: एक और बांग्लादेश बनने की तैयारी में है।

शिनजियांग में सुलग रही चिंगारी
लिली के अनुसार शिनजियांग के लोग एक लोकतांत्रिक गणराज्य के लिए तरस रहे हैं। शिंजियांग प्रांत में चीन से अलग होने के लिए संघर्ष चल रहा है। उइगर लोगों का एक अलगाववादी समूह मानता है कि यह क्षेत्र, जिसे वे पूर्वी तुर्किस्तान कहते हैं, चीन का वैध अंश नहीं है बल्कि 1949 में चीन द्वारा आक्रमण करके कब्जाया गया था और अभी तक चीन उस पर अनधिकृत रूप से काबिज है। अलगाववादी आंदोलन कुछ तुर्की मुस्लिम संगठनों द्वारा चलाया जा रहा है, जिनमें पूर्वी तुर्किस्तान स्वाधीनता आंदोलन नाम का दल प्रमुख है। हार्डिंग लिखती हैं कि शिनजियांग को पूर्वी तुर्किस्तान के रूप में भी जाना जाता है, चीन के आर्थिक विकास लक्ष्यों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, हालांकि, इसके लोगों को इसकी सरकार के लिए कोई फायदा नहीं है।

तो भारत को मिलेगा चीन से अच्छा पड़ोसी 
चीन के सबसे बड़े और मगरिबी इलाके शिंजियांग में रह वाले उइगर बिरादरी के लोगों की इस इलाके में आबादी एक करोड़ से ऊपर है। इसकी सीमा मंगोलिया और रूस समेत आठ देशों के साथ मिलती है। हार्डिंग ने लिखा है कि अगर चीन का यह प्रांत अगर अलग गणराज्य बन जाता है तो भारत को चीन से अच्छा पड़ोसी मिल सकता है। हार्डिंग की टिप्पणी 1971 में शुरू हुए बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के संदर्भ में है। शिंजियांग जनवादी गणराज्य चीन का एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। ये एक रेगिस्तानी और शुष्क इलाक़ा है इसलिए इस की आबादी बहुत कम है। शिंजियांग की सरहदें दक्षिण में तिब्बत और भारत, दक्षिण-पूर्व में चिंग हई और गांसू, पूर्व में मंगोलिया, उत्तर में रूस और पश्चिम में क़ाज़क़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से मिलती हैं।

उइगर मुसलमानों को इसलिए बड़ा खतरा मानता है चीन
भारत का अक्साई चिन का इलाका भी, जिसपर चीन का क़ब्ज़ा है, प्रशासनिक रूप से शिंजियांग में शामिल है। शिंजियांग की राजधानी उरुमची नाम का शहर है, जबकि इसका सबसे बड़ा नगर काश्गर है। गौरतलब है कि इस सुलगती चिंगारी का अंदाजा चीन सरकार को भी हो चुका है और यही वजह है कि चीन उइगर मुसलमानों को बड़ा खतरा मानता है इसलिए उनको दबाने के लिए किसी न किसी उनको तंग करता है । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने उइगर मुस्लिम बिरादरी के सबसे बड़े इमाम को भी क़ैद किया हुआ है। चीन उइगर मुसलमानों पर दाढ़ी बढ़ाने और नकाब पहनने पर भी प्रताड़ित कर रहा है और उन्हें अज्ञात हिरासत में रखा हुआ है।

Tanuja

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