विश्व हिंदी दिवस पर बोले विदेश राज्य मंत्री- मंत्रालय में हिंदी में काम करें अधिकारी

Friday, Jan 10, 2020 - 08:34 PM (IST)

नई दिल्लीः विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने शुक्रवार को कहा कि सरकार हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र की भाषा के रूप में स्वीकृति दिलाने तथा हिन्दी को विदेश नीति एवं कूटनीति का माध्यम बनाने के लिये प्रयासरत है। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुरलीधरण ने कहा कि विदेशों में भारतीय भाषाओं के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ‘आईसीसीआर’ ने दूसरे देशों में 66 अध्ययन पीठ स्थापित किये हैं जिसमें से 25 हिन्दी पीठ हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का लगातार प्रयास है कि हिन्दी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिले और संयुक्त राष्ट्र की अधिकारिक भाषा का दर्जा मिले।

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि अभी तक हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा का दर्जा नहीं मिला है लेकिन यूएन की वेबसाइट एवं सोशल मीडिया पर हिन्दी भाषा को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यूएन डिपार्टमेंट आन ग्लोबल कम्यूनिकेशन के साथ 28 मार्च 2018 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया था और जून 2018 से संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी भाषा में कार्यक्रम का प्रसारण शुरू हुआ है।

मुरलीधरन ने कहा कि मारिशस स्थित विश्व हिन्दी सचिवालय को और सुदृढ़ बनाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा महात्मा गांधी संस्थान में पाणिनी भाषा प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि हिन्दी विदेश नीति और कूटनीति का माध्यम बने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे उचित स्थान मिले, इस दिशा में भी प्रयासरत हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी संदेश पढ़ा गया जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि हिन्दी दुनिया में सर्वाधिक बोली जानी वाली भाषाओं में एक है। विश्व पटल पर हिन्दी के प्रति सम्मान बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि हिन्दी सूचना क्रांति और विकास की भाषा बनने की ओर है। बहरहाल, विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि हम हिन्दी के साथ दूसरी भारतीय भाषाओं को आगे बढ़ाने के लिये कदम उठा रहे हैं। मंत्री ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने भारत एक परिचय, भारत को जानिए, प्रदेश में विदेश और समीप जैसे विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए हैं। इस अवसर पर विदेश सचिव पूर्व विजय ठाकुर सिंह ने कहा कि दुनियाभर में 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है।

हिंदी भाषा को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से साल 2006 के बाद से इस दिवस की शुरूआत की गई थी। उन्होंने कहा कि हिन्दी को बढ़ावा देने के लिये विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन सबसे पहले 1975 को नागपुर में हुआ था। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज को भी याद किया। समारोह के दौरान केंद्रीय हिन्दी संस्थान के छात्रों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये जिसमें श्रीलंका, मारीशस, उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान के छात्र भी शामिल है। हिन्दी से संबंधित विषयों पर निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया।

 

Yaspal

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