OLA की बड़ी पहल! दोपहिया वाहन की जिम्मेदारी संभालेंगी महिलाएं

Monday, Sep 13, 2021 - 05:04 PM (IST)

नई दिल्‍ली- देश में महिला सशस्तीकरण पहले से और मजबूत होती दिखाई दे रही हैं। दरअसल, ओला कैब ने देश के ऑटो मार्केट में ई-स्‍कूटर उतारने का ऐलान किया है इसके साथ ही ओला ने एक अनूठी पहल की भी शुरूआत की है। 

आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिला की आवश्यकता है
 दरअसल, ओला कंपनी के सह-संस्‍थपक भाविश अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु के ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर प्‍लांट का संचालन सिर्फ महिलाएं करेंगी, इसके लिए प्‍लांट में 10 हजार से ज्‍यादा महिलाओं को नियुक्‍त किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिला की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित दुनिया का अकेला मोटर व्‍हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा।

महिला कर्मचारियों के साथ यह दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री बनेगी 
भाविश अग्रवाल ने ओला ई-स्कूटर प्लांट में काम करने वाली महिलाओं के पहले बैच का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए उनका वेलकम किया और वहीं उन्‍होंने कहा कि ये फ्यूचर फैक्ट्री 10 हजार से अधिक महिला कर्मचारियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित फैक्ट्री बन जाएगी।

ओला ने कहा कि उसने इन महिलाओं के कोर मैन्युफैक्चरिंग स्किल्स को बेहतर करने के लिए काफी निवेश किया है, वे ओला फ्यूचर फैक्‍ट्री में बनने वाले हर वाहन के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होंगी।

महिलाओं को श्रम कार्यबल में अवसर देने से देश की GDP में 27 फीसदी की वृद्धि हो सकती है
इसके साथ ही ओला के चयेरमैन अग्रवाल ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सिर्फ महिलाओं को श्रम कार्यबल में समान अवसर मिलने से देश की GDP में 27 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में महिलाओं की भागीदारी सबसे कम 12 फीसदी है। 

ओला ने दावा किया था कि पूरी तरह से तैयार होने के बाद उसके प्लांट की क्षमता 1 करोड़ ई-वाहन सालाना होगी। बता दें कि पिछले सप्‍ताह कंपनी ने ई-स्‍कूटर के दो वैरिएंट ओला एस-1 और एस-1 प्रो लॉन्‍च किए थे, इनकी कीमत 99,999 रुपए और 1,29,999 रुपए है।

Anu Malhotra

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