इस BJP नेता पर लगे अश्लील वीडियो भेजने के आरोप, बार-बार मना करने के बाद भी की हदें पार; जब नहीं माना तो महिलाओं ने चप्पलों से की पिटाई
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 05:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क : आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बूथ अध्यक्ष आनंद शर्मा पर पार्टी की ही महिला कार्यकर्ताओं को अश्लील वीडियो और संदेश भेजने का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना के बाद महिलाओं ने खुद जाकर आरोपी की सरेआम पिटाई कर दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
महिला मोर्चा ने लिया एक्शन
बताया जा रहा है कि महिला मोर्चा की कुछ कार्यकर्ताओं को एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने शिकायत दी थी कि एक शख्स लगातार उसे परेशान कर रहा है। आरोपी द्वारा खुद के अश्लील वीडियो और मैसेज व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे थे। महिला ने जब यह वीडियो और सबूत दिखाए, तो बीजेपी महिला मोर्चा की अन्य पदाधिकारी भी मामले में सक्रिय हो गईं और आरोपी आनंद शर्मा को सबक सिखाने का फैसला लिया।
बीजेपी आगरा का बूथ अध्यक्ष आनंद शर्मा पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को अश्लील वीडियो भेजता था
— Dr Monika Singh (@Dr_MonikaSingh_) July 14, 2025
कई बार मना करने के बाद भी नहीं माना तो महिलाओं ने चप्पलों से पिटाई की। pic.twitter.com/8062DRusNt
चप्पलों और थप्पड़ों से जमकर धुनाई
रविवार दोपहर महिला मोर्चा की कई कार्यकर्ता आरोपी के घर पहुंचीं और वहां उसकी चप्पलों, थप्पड़ों और घूंसों से पिटाई कर दी।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाएं आरोपी पर हमला कर रही हैं, वहीं उसके परिवार वाले उसे बचाने और माफी मांगने की कोशिश कर रहे हैं। महिलाएं वीडियो में यह भी कहती सुनाई दे रही हैं कि 'बार-बार मना करने के बाद भी अश्लीलता की हद पार की गई, अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।'
आरोपी की सफाई
इस पूरे मामले में आरोपी आनंद शर्मा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया। उसका कहना है कि, 'मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। मैंने किसी को भी कोई वीडियो नहीं भेजा। मेरा मोबाइल किसी और ने लेकर ये सब किया होगा।'
पुलिस जांच में जुटी
घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी मिली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब तक इस संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है। लेकिन वीडियो और सोशल मीडिया की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी गई है।