#MeToo: केंद्रीय मंत्री पर महिला पत्रकार ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, बयां किया दर्द

Tuesday, Oct 09, 2018 - 12:48 PM (IST)

नेशनल डेस्कः यौन शोषण के खिलाफ शुरू हुए मी टू अभियान के तूफान में कई बड़ी हस्तियां फंसती नजर आ रही हैं। कई महिलाओं ने मनोरंजन, मीडिया जगत और राजनीतिक क्षेत्र में यौन शोषण से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। इसमें मौजूदा विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर का नाम भी जुड़ गया है। एमजे अकबर पर पत्रकार प्रिया रमानी ने यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाया और एक साथ कई ट्वीट्स किए। प्रिया ने अपने दर्द को बयां करते हुए यौन उत्पीड़न की पूरी कहानी बताई। प्रिया ने #MeToo लिखाकर अपने ट्विटर अकाउंट पर एक लंबा पोस्ट लिखा कि इस आर्टिकल में एमजे अकबर के साथ मेरी कहानी है। प्रिया ने लिखा कि अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके हैं और कई युवाओं की उनके साथ काम करने की तमन्ना रही है। अकबर के लिए उनके दिल में भी काफी सम्मान था और वह भी एक बार उनके साथ काम करना चाहती थी लेकिन जब उनको अच्छे से जाना तो अंदर की सच्चाई कुछ और ही निकली।

प्रिया ने शेयर की पोस्ट
प्रिया ने उस रात के बारे में पोस्ट शेयर किया है जब एमजे अकबर ने उसे एक होटल के एक रूम में इंटरव्यू के लिए बुलाया और अपनी बातों से उसके साथ गलत यौन व्यवहार किया। प्रिया ने लिखा-आपने (एमजे अकबर) मुझे करियर में पहला पाठ पढ़ाया। मैं 23 की थी और आप 43 के। प्रोफेशनली तौर पर आप मेरे हीरो थे। सभी लोग कहते थे कि आपने देश की पत्रकारिता को बदल दिया है इसलिए मैं आपकी टीम का हिस्सा बनना चाहती थी। आपने मुझे जॉब इंटरव्यू के लिए साऊथ मुंबई के एक होटल में बुलाया। शाम के 7 बज रहे थे और होटल की लॉबी में पहुंचकर मैंने आपको फोन किया, आपने कहा रूम में आ जाओ।
 

मैं रूम में पहुंची तो वहां इंटरव्यू का माहौल कम और डेटिंग जैसा माहौल ज्यादा था। आपने अपने मिनी बार से मुझे ड्रिंक ऑफर की, मैंने मना कर दिया। आपने वोदका ली और एक छोटे टेबल पर मैं और आप इंटरव्यू के लिए आमने-सामने थे। वहां से मुंबई का मरीन ड्राइव जिसे क्वींस नेकलेस कहते हैं, दिखाई दे रहा था। आपने कहा कितना रोमांटिक लग रहा है न, आपने हिंदी फिल्म का एक पुराना गाना भी मुझे सुनाया और मुझसे संगीत पर मेरी रुचि के बारे में पूछा। रात बढ़ रही थी और मुझे घबराहट होने लगी। कमरे में बिस्तर था, आपने मुझे बैड पर बैठने को कहा तो मैंने कहा, नहीं मैं कुर्सी पर ही ठीक हूं। हालांकि उस रात में किसी तरह बच गई। आपने मुझे काम दिया। मैंने आपके साथ कई महीनों तक काम किया लेकिन साथ ही यह तय कर लिया कि कभी आपको रूम में मिलने नहीं जाऊंगी।

सालों बाद भी आप नहीं बदले और आपके साथ जो भी नई लड़की काम करने आती थी, आप उसपर अपना अधिकार जताते थे। आप उन लड़कियों को इम्प्रेस करने के लिए गंदी और अलग तरकीबें बनाते। आप लड़कियों से पर्सनल सवाल करते थे, उनके कंधे सहलाते , रगड़ते थे। फोन पर भद्दे मैसेज करने में तो आप एक्सपर्ट थे। कैसे किसी लड़की को जकड़ना है, सहलाना है, यह सब आप बड़े गंदे तरीके से करते। यह सब होने पर भी शायद ही कोई लड़की आपके खिलाफ सामने आए क्योंकि इसके लिए उसे भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

बता दें कि अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद #MeToo अभियान शुरू हुआ है। #MeToo हॉलीवुड से शुरू हुआ था जिसमें उनके साथ हुए गलत अनुभवों को अभिनेत्रियों ने शेयर किया था। अब यह बॉलीवुड में भी पहुंच गया है। संस्कारी बाबूजी आलोकनाथ और रजत कपूर भी इसकी आंच से नहीं बच पाए। हालांकि डायरेक्टर रजत कपूर ने मी टू के तहत एक महिला पत्रकार से अशिष्ट और गैर-पेशेवर व्यवहार के लिए मांफी मांग ली है।

 

Seema Sharma

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