अपराध राजधानी बना यह राज्य! यहां महिलाएं सबसे असुरक्षित, जानें कहां हो रहा देश का सबसे ज्यादा क्राइम?
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 03:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत सरकार का राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) हर साल देश के आपराधिक परिदृश्य की तस्वीर पेश करता है। हाल ही में जारी 2023 की रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे हैं। यह रिपोर्ट बताती है कि देश में अपराधों की प्रकृति बदल रही है जहां पारंपरिक अपराधों के साथ-साथ डिजिटल अपराधों (साइबर क्राइम) में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध: राजधानी दिल्ली सबसे असुरक्षित
एनसीआरबी की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत के बड़े शहरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध दर्ज करने के मामले में दिल्ली पहले स्थान पर है। आंकड़े बताते हैं कि देश की राजधानी अभी भी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं बन पाई है।
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दिल्ली की स्थिति: 2023 में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ 13,366 मामले दर्ज किए गए। हालांकि 2022 के मुकाबले इसमें 5.7% की मामूली कमी आई है (2022 में 14,247 मामले थे) लेकिन यह संख्या अब भी देश के अन्य प्रमुख शहरों की तुलना में दो गुने से भी अधिक है।
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अन्य प्रमुख शहर: दिल्ली की तुलना में मुंबई में 6,025 और बेंगलुरु में 4,870 मामले दर्ज किए गए।
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शामिल अपराध: इन गंभीर अपराधों में बलात्कार, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, और दहेज हत्या जैसे मामले शामिल हैं।
यह डेटा इस ओर इशारा करता है कि भले ही मामलों की संख्या में थोड़ी कमी आई हो लेकिन देश की राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
ओवरऑल क्राइम (समग्र अपराध): साइबर अपराध में बड़ी उछाल
रिपोर्ट के अनुसार अब अपराध केवल सड़कों और गलियों तक सीमित नहीं हैं बल्कि वे इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
साइबर अपराध में भयानक वृद्धि
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तेज उछाल: पूरे भारत में साइबर अपराधों में 31.2% की भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
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आंकड़े: जहां 2022 में 65,893 मामले थे वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 86,420 हो गई है।
समग्र अपराध (साइबर) में शीर्ष राज्य
साइबर अपराध के कुल मामलों के आधार पर ओवरऑल क्राइम में राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
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कर्नाटक: इस श्रेणी में कर्नाटक शीर्ष पर है जहां 21,889 मामले दर्ज किए गए हैं।
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तेलंगाना: यह राज्य दूसरे स्थान पर है जिसके खिलाफ 18,236 मामले सामने आए हैं।
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उत्तर प्रदेश (यूपी): उत्तर प्रदेश 10,794 मामलों के साथ तीसरे नंबर पर है।
आर्थिक अपराधों का बोलबाला
साइबर अपराधों के साथ-साथ आर्थिक अपराधों (Financial Crimes) में भी बड़ी बढ़ोतरी हुई है:
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धोखाधड़ी का राज: इन अपराधों में से लगभग 69% मामले अकेले धोखाधड़ी (Fraud) से संबंधित थे।
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कुल आर्थिक अपराध: 2023 में कुल 2,04,973 आर्थिक अपराध दर्ज किए गए जो 2022 के मुकाबले 6% की वृद्धि है।
यह रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए अब अपराधों के बदलते स्वरूप को समझना और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है।