कामगारों के लिए नया कानून लाने की तैयारी में सऊदी सरकार, क्या भारतीयों को मिलेगा लाभ ?
punjabkesari.in Wednesday, Aug 14, 2024 - 06:27 PM (IST)
दुबईः सऊदी सरकार जल्द ही विदेशी कामगारों के लिए नया कानून लाने जा रही है, जिससे वहां बसे भारतीयों को लाभ होगा। खाड़ी देशों में काम करने वाले भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन उनके हालात हमेशा अच्छे नहीं होते। हाल ही में कुवैत में एक इमारत में आग लगने से 50 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जिससे खाड़ी देशों में कामगारों की समस्याओं पर ध्यान गया। कई रिपोर्ट्स खाड़ी देशों में विदेशी कामगारों के हाल का कच्चा-चिट्ठा खोलती हैं। ज्यादातर देशों में कफाला सिस्टम है, जो मालिक-गुलाम कंसेप्ट से मिलता-जुलता है अब इसे हटाकर सऊदी अरब एक अलग कानून लाने की तैयारी में है।
अभी ज्यादातर खाड़ी देशों में कफाला सिस्टम लागू है, जो मालिक-गुलाम जैसी स्थिति पैदा करता है। सऊदी अरब अब इस सिस्टम को खत्म कर माइग्रेंट डोमेस्टिक वर्कर्स लॉ नाम से नया कानून लाने की तैयारी कर रहा है। इस कानून के लागू होने से मजदूरों के साथ होने वाली नाइंसाफी और अमानवीय स्थितियों में सुधार होगा।सत्तर के दशक से खाड़ी देशों में भारतीय कामगारों की आवाजाही शुरू हुई थी, जो अब बढ़कर 87 लाख से ज्यादा हो चुकी है। ये कामगार बेहतर कमाई के लिए इन देशों में जाते हैं, लेकिन वहां की स्थितियों से उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
गल्फ देश, जिनमें बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं, में बड़ी संख्या में भारतीय काम कर रहे हैं। हालांकि, ईरान और इराक फारस की खाड़ी से कनेक्टेड होने के बावजूद गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल का हिस्सा नहीं हैं, और वहां कम भारतीय जाते हैं।मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 10.34 मिलियन भारतीय एनआरआई रह रहे हैं। इनमें से यूएई में करीब साढ़े 3 मिलियन, सऊदी अरब में 2.59 मिलियन, कुवैत में 1.02 मिलियन, कतर में 74 लाख, ओमान में 7 लाख और बहरीन में सवा 3 लाख भारतीय काम कर रहे हैं। सऊदी अरब का नया कानून वहां काम कर रहे भारतीय कामगारों के लिए राहत लेकर आएगा और उनके काम करने की स्थितियों में सुधार करेगा।