सियासी हलचल... कांग्रेस बदलने जा रही कर्नाटक का CM! मल्लिकार्जुन खरगे बोले- सोनिया गांधी और राहुल गांधी...
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 06:28 PM (IST)
नेशनल डेस्क : कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसके बीच बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्थिति पर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि वह जल्द ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बात करेंगे और बातचीत के बाद ही पार्टी कोई स्पष्ट निर्णय लेगी। इस बयान ने राज्य की राजनीति पर नई बहस छेड़ दी है।
खरगे ने क्या कहा?
खरगे ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक की मौजूदा स्थिति पर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही अंतिम फैसला करेगा। उन्होंने संकेत दिया कि मुद्दे पर औपचारिक चर्चा होने के बाद आगे की दिशा तय की जाएगी। कर्नाटक सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद सत्ता संतुलन को लेकर फिर से असमंजस पैदा हो गया है।
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सिद्धरमैया–शिवकुमार की 'सत्ता साझेदारी' पर विवाद
राज्य में यह चर्चा लंबे समय से चल रही है कि 2023 में सरकार बनने के समय मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच किसी प्रकार की सत्ता-साझेदारी का समझौता हुआ था। हालांकि इसके बारे में न तो पार्टी ने कोई पुष्टि की है और न ही दोनों नेताओं ने साफ तौर पर इसे स्वीकार किया है।
- सिद्धरमैया का दावा – वे पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और आगे भी बजट पेश करते रहेंगे।
- डीके शिवकुमार का रुख – उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन को लेकर वे सार्वजनिक रूप से कुछ कहना नहीं चाहते, क्योंकि यह पार्टी नेतृत्व और चुनिंदा लोगों के बीच का मसला है। उन्होंने इसे 'सीक्रेट डील' बताते हुए कहा कि वे अपनी अंतरात्मा पर भरोसा करते हैं।
सत्ता संघर्ष की चर्चा क्यों बढ़ी?
हाल के दिनों में सिद्धरमैया द्वारा कैबिनेट में फेरबदल के संकेत देने के बाद यह मुद्दा फिर गर्म हो गया है। शिवकुमार के समर्थक विधायकों ने भी पार्टी हाईकमान से स्पष्टता की मांग की है। दूसरी ओर, सिद्धरमैया के करीबी इसे सिर्फ राजनीतिक अटकलें बताते हैं और किसी भी समझौते से इनकार करते हैं।
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'नेतृत्व परिवर्तन कोई सार्वजनिक मुद्दा नहीं' - खरगे
खरगे ने 25 नवंबर को कहा था कि नेतृत्व परिवर्तन ऐसा विषय नहीं है जिस पर सार्वजनिक मंच पर चर्चा की जाए। उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी अंदरूनी स्तर पर सारी परिस्थितियों की समीक्षा कर रही है। सिद्धरमैया ने भी कहा है कि इस मामले में जो भी निर्णय होगा, वह पार्टी नेतृत्व से ही आएगा और सभी को उसका पालन करना होगा।
