PAK को सबक सिखाने के लिए परमाणु हमले की नीति में बदलाव कर सकता है भारत!

Saturday, Apr 01, 2017 - 11:43 AM (IST)

नई दिल्ली: 1984 में अमरीका के राष्ट्रपति रॉनल्ड रीगन ने कहा था कि परमाणु जंग जीती नहीं जा सकती और न ही इसे लड़ा जाना चाहिए। उस वक्त से लेकर अभी तक परमाणु शक्ति संपन्न देशों के न्यूक्लियर डॉक्टरिन (परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की नीति) में काफी बदलाव आ चुके हैं। ऐसा भारत के साथ भी है। 


मीडिया की खबरों के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से दी जाने वालीं परमाणु हमले की धमकियों का भारत ऐसा जवाब दे सकता है कि वह इसके बारे में दोबारा सोचेगा भी नहीं। ऐसा माना जा रहा है कि भारत अब पाकिस्तान पर पहले परमाणु हमला कर सकता है। वाॅशिंगटन में हुए कार्नेगी परमाणु नीति सम्मेलन में यह बात कही गई कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत, परमाणु हथियार के इस्तेमाल की नीति बदल सकता है। परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर, भारत की शुरुआत से यही नीति रही है, कि वो पहले हमला नहीं करेगा। यानी भारत No First Use की परमाणु नीति पर चलने वाला देश है।

भारत, परमाणु हथियारों से संपन्न एक ज़िम्मेदार देश है। भारत की सोच हमेशा यही रही है, कि अगर पाकिस्तान किसी तरह के परमाणु हथियार का इस्तेमाल करता है, तो भारत भी जवाबी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। लेकिन, परमाणु नीति पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में ये कहा गया, कि दोनों देशों के बीच मौजूदा हालात ऐसे हैं कि भारत, पाकिस्तान को पहले परमाणु हमला करने का मौका ही नहीं देगा और ये एक बहुत बड़ी बात है। पड़ोसी पाकिस्तान अपनी न्यूक्लियर ताकत की आड़ में उसके खिलाफ आतंकवाद को एक हथियार के तौर पर लगातार इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में भारत का सब्र का बांध टूट सकता है। वह परमाणु हथियारों को पहले इस्तेमाल न करने की अपनी नीति की दोबारा से समीक्षा कर सकता है ताकि पड़ोसी की किसी अगली हरकत से पहले ही जवाब दिया जा सके। 
 

वर्ल्ड फेम्स विद्वान विपिन नारंग ने वॉशिंगटन मे आयोजित एक कार्यक्रम में अपनी राय में भारत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से बनाए जा रहे न्यूक्लियर हथियारों के खिलाफ भारत कड़ा रुख अपना सकता है। वो अपने आगे से परमाणु हमला न करने के फैसले को दरकिनार करके पाकिस्तान पर पहले परमाणु हमला कर सकता है। नारंग ने कहा था कि भारत का हमला पारंपरिक हमलों की तरह नहीं होगा, वो पाकिस्तान के न्यूक्लियर सिस्टम पर ही हमला करेगा जिससे पाक की ओर से ऐसे हमलों की गुंजाइश ही खत्म हो जाएगी। बता दें कि इससे पहले पिछले साल नवंबर में भी रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी पाकिस्तान के न्यूक्लियर हमलों पर धमकी देने पर आगे से हमले की बात रखी थी। बाद में इसे उनकी व्यक्तिगत राय करार दी गई थी। 

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