पत्नी भी पायलट, वीरों की धरती से है नाता...कौन थे पायलट नमंश स्याल? जो तेजस विमान हादसे में हो गए शहीद
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 12:39 AM (IST)
नेशनल डेस्कः दुबई एयर शो में एक बड़ी दुर्घटना हो गई, जहां भारतीय वायुसेना का स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान शुक्रवार को अभ्यास उड़ान के दौरान क्रैश हो गया। इस हादसे में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के 34 वर्षीय स्क्वाड्रन लीडर नमंश स्याल शहीद हो गए।
हादसे की खबर मिलते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई।
हिमाचल प्रदेश के बेटे नमांश स्याल—कौन थे वे?
नमंश स्याल कांगड़ा जिले के पटियालकर वार्ड नंबर-7 के निवासी थे। पिता गगन कुमार सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हैं और माता वीना देवी गृहिणी हैं। नमांश की पत्नी अफसान भी भारतीय वायुसेना में पायलट हैं। दोनों की शादी को 16 वर्ष हो चुके हैं और उनकी एक 7 साल की बेटी है। नमंश के परिवार और गांव में हादसे की खबर से गहरा मातम पसरा हुआ है। परिवार के मुताबिक सरकार के साथ शहीद का पार्थिव शरीर लाने की प्रक्रिया चल रही है।
कैसे हुआ तेजस विमान हादसा?
तेजस भारत में विकसित हल्का लड़ाकू विमान है जिसे HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) ने बनाया है। यह अपनी फुर्ती, आधुनिक तकनीक और मारक क्षमता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जाता है। शुक्रवार को तेजस एरोबेटिक अभ्यास के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान के कुछ ही समय बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है—संभावित कारण तकनीकी खराबी, नियंत्रण समस्या या किसी बाहरी कारक की जांच की जा रही है।
वायुसेना ने क्या कहा?
भारतीय वायुसेना ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया:
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दुबई एयर शो-2025 में उनका एक तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
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हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (जांच कमेटी) गठित कर दी गई है।
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सभी विवरण सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएंगे।
वायुसेना ने यह भी कहा कि विमान का मलबा और तकनीकी रिकॉर्ड्स इकट्ठा किए जा रहे हैं, ताकि वास्तविक कारण का पता चल सके।
पायलट नमंश स्याल के निधन पर हिमाचल सीएम सुक्खू ने जताया दुख
पायलट विंग कमांडर नमंश स्याल के निधन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया में जारी एक बयान में सुक्खु ने कहा , ' दुबई एयर शो में हुए तेजस विमान हादसे में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के वीर सपूत नमंश स्याल जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है। देश ने एक बहादुर, कर्तव्यनिष्ठ और साहसी पायलट खो दिया है। शोकाकुल परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूँ। वीर सपूत नमंश स्याल जी की अदम्य वीरता, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रसेवा के प्रति समर्पण को हृदय से नमन।'
दुबई एयर शो में बहादुर, साहसी भारतीय वायुसेना पायलट की मौत पर गहरा दुख: राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि दुबई एयर शो में हवाई करतब के दौरान लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायुसेना के एक बहादुर और साहसी पायलट की जान जाने से वह ‘‘बेहद दुखी'' हैं। सिंह ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में शोकसंतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और कहा कि दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है। भारतीय वायुसेना ने कहा कि उसका एक लड़ाकू विमान तेजस शुक्रवार को दुबई एयर शो में हवाई करतब दिखाने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसके पायलट की मौत हो गई। विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित हादसे के दृश्यों में विमान ऊंचाई से गिरते और फिर आग के गोले में घिरते हुए जमीन पर गिरता दिखाई देता है। इस दुर्घटना से दर्शक स्तब्ध रह गए। सिंह ने कहा, ‘‘दुबई एयर शो में हवाई करतब के दौरान भारतीय वायुसेना के एक बहादुर और साहसी पायलट के निधन से गहरा दुःख हुआ है। शोकसंतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है।''
राहुल और प्रियंका गांधी ने भी भारतीय वायुसेना पायलट की मौत पर जताया गहरा दुख: राजनाथ
दुबई एयर शो के समय हुयी तेजस विमान दुर्घटना में भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर नमंश स्यााल के असामयिक निधन पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
गांधी ने दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि दुबई एयर शो में तेजस विमान दुर्घटना में हमारे बहादुर भारतीय वायुसेना पायलट के निधन से गहरा दु:ख हुआ है। उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। राष्ट्र उनके साहस और सेवा का सम्मान करते हुए उनके साथ खड़ा है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दुख जताते लिखा कि दुबई एयर शो में हुए तेजस विमान हादसे में हमने भारत के एक साहसी सपूत, भारतीय वायु सेना के पायलट को खो दिया है। मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। राष्ट्र इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़ा है और उनके सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करता है।
