व्हिसल ब्लोअर ने खोले राज- जातिगत जानकारी मांगती हैं पार्टियां, भारत में किया काम

Wednesday, Mar 28, 2018 - 07:03 PM (IST)

नेशनल डेस्कः फेसबुक डेटा लीक मामले में व्हिल्सल ब्लोअर क्रिस्टोफर वायली ने कई पार्टियों के राज खोले हैं। उन्होंने दावा किया कि राजनीतिक पार्टी ने कैम्ब्रिज एनालिटिका (CA/SCL) के द्वारा वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश में जाति के आधार पर गणना कराई थी। क्रस्टोफर ने बुधवार को एक ट्वीट कर बताया कि कई भारतीय पत्रकारों ने मुझसे चुनावों में (CA/SCL) की भूमिका को लेकर जानकारी मांगी है। मैं भारत में कुछ प्रोजेक्ट्स की जानकारी शेयर कर रहा हूं, इसके साथ ही मैं यहां सबसे ज्यादा किए गए सवालों को जवाब देना चाहूंगा। भारत में CA/SCL के कई ऑफिस हैं और काम भी करता है।

पार्टियां कराती हैं जातिगत अध्ययन
वायली ने एक अपने इस ट्वीट के साथ तीन ग्राफिक फोटो भी शेयर की हैं। जिनमें से एक फोटो वर्ष 2003 से 2012 तक भारत में अलग-अलग राज्यों में हुए चुनावों के बारे में बताया गया है। इस ट्वीट में लिखा है कि 2011-12 में एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल ने SCL से जातिगत गणना कराई, इस दौरान कंपनी ने घर-घर जाकर जाति के आधार पर वोटरों की पहचान की, इसमें जातिगत अध्ययन किया गया, इसके अनुसार पार्टी के वोटरों और अपना वोट बदलने वाले वोटरों की पहचान की गई। इससे पहले इस कंपनी ने 2009 के लोकसभा चुनावों में भी काम किया था। वहीं एक फोटो में इसका भी जिक्र किया गया है कि कैराना में प्रत्येक बूथ पर जाति के आधार पर अध्ययन किया गया था। 


भारत के कई राज्यों में कंपनी कर चुकी है काम
उन्होंने बताया कि कंपनी ने वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, झारखंड में काम किया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में 2003 में हुए चुनावों में एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए काम किया था। जिसमें वोटरों के वोटिंग व्यवहार पर अध्ययन किया गया था। कंपनी दिल्ली और छत्तीसगढ़ के चुनावों में भी काम कर चुकी है। वहीं क्रिस्टोफर वायली ने भारत का एक मैप शेयर करते हुए बताया है कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम में CA/SCL का हेड ऑफिस है। इसके क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, बैंगलोर, पुणे, कटक, गाजियाबाद, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोलकाता और पटना में भी हैं।
 

 

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