जानिए कब-कब हुए बड़े रेल हादसे, अब तक के घटनाक्रम पर एक नजर

Sunday, Aug 20, 2017 - 09:34 AM (IST)

नई दिल्लीः रेलवे ने आज बताया कि उत्तर प्रदेश के पास खतौली में हुई रेल दुर्घटना में 21 लोगों की जान चली गई और अन्य 97 यात्री घायल हैं। रेलवे ने एक बयान में कहा कि 97 घायलों में से 26 की हालत गंभीर है और 71 को मामूली तौर पर चोटें आईं हैं।   कई घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घायल यात्रियों को मुजफ्फरनगर और मेरठ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उत्कल एक्सप्रेस हादसे ने एक बार फिर से पुराने जख्म ताजा कर दिए हैं।

भारत में 1988 के बाद से हुए बड़े रेल हादसों का घटनाक्रम इस प्रकार है:-
21 जनवरी, 2017: आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस का इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर जाने की वजह से कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई और 69 घायल हो गए।   

28 दिसंबर, 2016: कानपुर देहात जिले के रूरा रेलवे स्टेशन के निकट एक पुल को पार करते हुए सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर जाने की वजह से 62 यात्री घायल हो गए थे।   


20 नवंबर, 2016: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में पुखराया के निकट इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बों के पटरी से उतर जाने की वजह से 100 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई जबकि 200 घायल हो गए।


10 जुलाई, 2011: दिल्ली जाने वाली कालका मेल के 15 डिब्बे पटरी से उतर जाने की वजह से 70 यात्रियों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए।


 28 मई, 2010: पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में नक्सलियों द्वारा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को पटरी से उतार देने की घटना में कम से कम 148 लोगों की मौत हो गई थी।   


9 सितंबर, 2002: बिहार के औरंगाबाद जिले में हावड़ा-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का एक डिब्बा धावी नदी में गिर जाने की वजह से 100 लोगों की मौत हो गई थी और 150 घायल हो गए थे।   


2 अगस्त, 1999: असम के गैसल में 2,500 यात्रियों को ले जा रही दो ट्रेनों के बीच हुई टक्कर में कम से कम 290 लोगों की मौत हो गई थी।   

26 नवंबर, 1998: पंजाब में खन्ना के निकट पटरी से उतरी फ्रंटियर मेल के डिब्बों से जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस की टक्कर में कम से कम 212 लोगों की मौत हो गई थी।  

14 सितंबर, 1997: मध्य प्रदेश के बिलासपुर जिले में अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस के पांच डिब्बों के नदी में गिरने की वजह से 81 लोगों की मौत हो गई थी।   

20 अगस्त, 1995: उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद रेलवे स्टेशन के निकट पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा जाने की वजह से 400 लोगों की मौत हो गई थी।  


 18 अप्रैल, 1988: उत्तर प्रदेश में ललितपुर के निकट कर्नाटक एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने की वजह से कम से कम 75 लोगों की मौत हो गई थी।   

8 जुलाई, 1988: केरल में अष्टमुडी झील में आइलैंड एक्सप्रेस के गिर जाने की वजह से 107 लोगों की मौत हो गई।

Advertising