इलेक्शन डायरी: ...जब भाजपा को ले डूबा ओवर कॉन्फिडेंस और इंडिया शाइनिंग
punjabkesari.in Saturday, May 04, 2019 - 08:31 AM (IST)
इलेक्शन डेस्क(नरेश कुमार): भारतीय जनता पार्टी के देश के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में हालांकि आर्थिक तरक्की की रफ्तार संतुष्टिजनक थी और देश में राजमार्गों का काम भी तेजी से हुआ था लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत के आत्म विश्वास में लोकसभा का जल्दी चुनाव करवाना और इंडिया शाइनिंग कैंपेन वाजपेयी सरकार की बड़ी चूक रही और ओवर कॉन्फिडैंस भाजपा को ले डूबा। 2004 में जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो भाजपा सत्ता से बेदखल हो चुकी थी।
हालांकि उस दौर में भी हर कोई सरकार की वापसी की उम्मीद कर रहा था क्योंकि वाजपेयी के दामन पर कोई दाग नहीं था लेकिन सरकार की इंडिया शाइनिंग कैंपेन में इतने सुराख थे कि कांग्रेस ने आसानी से इसमें सेंध लगा कर नैगेटिव कैंपेन शुरू की जो भाजपा की मुहिम के मुकाबले ज्यादा असरदार रही।
इसके अलावा 2002 के गुजरात दंगों के बाद राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गद्दी से न हटाना भी कहीं न कहीं भाजपा को भारी पड़ा। 2004 में जब नतीजे आए तो भाजपा कांग्रेस के मुकाबले 7 सीटों से पिछड़ गई। कांग्रेस को 145 सीटें हासिल हुईं जबकि भाजपा 138 सीटों पर सिमटी। ऐसे में जब सरकार बनाने का मौका मिला तो कांग्रेस ने आसानी से बहुमत साबित कर दिया।