जब 103 साल की बुजुर्ग महिला को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित तो कैसे जोश से भर गया हॉल (देखें वीडियो)

Sunday, Mar 08, 2020 - 07:10 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक महिला राजमिस्त्री, सौ वर्ष से अधिक उम्र की एथलीट, झारखंड की महिला टार्जन और ''मशरूम महिला'' समेत 15 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। सरकार महिला सशक्तीकरण और सामाजिक कल्याण में महिलाओं की अथक सेवा को पहचान देने के लिए हर साल नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान करती है।

जब नारी शक्ति पुरस्कार के लिए 103 वर्षीय मान कौर का नाम लिया गया तो मान कौर के हौसले को देखकर कहीं से नहीं लग रहा था कि वह 103 साल की बुजुर्ग महिला हैं। उन्हें स्टेज पर एक सिपाही की तरह चलता देख राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी अपनी भावनाएं व्यक्त करने से नहीं रोक पाए। जब मान कौर पुरस्कार प्राप्त करने के बाद वहां से जाने लगीं तो राष्ट्रपति ने उन्हें वहीं चलने के लिए बोला तो मानकौर स्टेज पर ही राष्ट्रपति के सामने नाचने लगीं। यह देख समारोह में मौजूद लोग जोर-जोर से तालिया बजाने लगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी की मुलाकात
इसके अलावा मान कौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुलाकात की। इस दौरान मान कौर ने प्रधानमंत्री से कहा कि वो अपने बेटे को आशीर्वाद देने आई हैं। मान कौर ने अपनी सीट से उठकर प्रधानमंत्री के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप पहले भी फिट इंडिया कार्यक्रम में आईं थीं और पीएम मोदी ने सिर झुकाकर मान कौर का आशीर्वाद लिया।

कैसा रहा है बुजुर्ग एथलीट का सफर
नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित महिलाओं में 103 वर्षीय मान कौर भी हैं, जिन्हें 'चंडीगढ़ का चमत्कार' नाम से भी जाना जाता है। कौर ने 93 साल की उम्र में एथलेटिक करियर की शुरुआत की थी। वह पोलैंड में विश्व मास्टर्स एथलेटिक चैम्पियनशिप में चार स्वर्ण पदक (ट्रैक एंड फील्ड) जीत चुकी हैं। अमेरिकन मास्टर्स गेम, 2016 में सौ साल से अधिक उम्र की दुनिया की सबसे तेज धावक होने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। वह फिट इंडिया मूवमेंट से जुड़ी हैं और ऑकलैंड के स्काई टॉवर (2017) के शीर्ष पर चलने वाली सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं।

 

 

Yaspal

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