ऑफ द रिकॉर्डः जब ममता ने कहा-सभी बराबर हैं

Thursday, Dec 13, 2018 - 09:29 AM (IST)

नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस समय जी-21 (विपक्षी दलों) की बैठक में खलबली मचा दी, जब उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां बराबर हैं और यहां कोई भी नेता नहीं। ममता बनर्जी ने यह प्रतिक्रिया उस समय दी जब द्रमुक नेता एम.के. स्टालिन ने कहा कि कांगे्रस विपक्ष में सबसे बड़ा ग्रुप है इसलिए इसे सम्मान दिया जाना चाहिए। बैठक में मौजूद राजद के नेता तेजस्वी ने भी कहा कि समय आ गया है कि केन्द्र से भाजपा को अपदस्थ करने के लिए कांग्रेस विपक्ष के मार्च का नेतृत्व करे।

जब ममता बनर्जी के बोलने की बारी आई तो उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को भाजपा का मुकाबला करना होगा लेकिन कोई एक पार्टी इसका नेतृत्व नहीं कर सकती। उन्होंने जोर से कहा-‘हमें एकजुट होकर भाजपा से लडऩा होगा और यहां कोई भी एक नेता नहीं।’ ममता के इस बयान से 21 विपक्षी पार्टियों की बैठक में मौजूद नेताओं का मूड बिगड़ गया।

ये पार्टियां भाजपा के खिलाफ सांझी रणनीति पर चर्चा करने के लिए एकजुट हुई थीं। इस चरण पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू खड़े हुए और कहा कि जी-21 बैठक का सबसे बड़ा मकसद भाजपा को सत्ता से अपदस्थ करने की रणनीति बनाना है, एक नेता का चयन करना या किसी निजी को नेता दर्शाना नहीं।

Seema Sharma

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