जब रैली में बोलते-बोलते लाइन भूले लालू, पीछे से राबड़ी ने संभाला ऐसे

Monday, Aug 28, 2017 - 10:16 AM (IST)

पटना: पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की 'देश बचाओ, भाजपा भगाओ' रैली में विपक्ष की एकता देखने को मिली। रैली में लालू फैमिली के अलावा शरद यादव, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी,  गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा, कांग्रेस के हनुमंत राव, डीएमके के एलांगोवन, एनसीपी के तारिक अनवर मंच पर मौजूद थे। इस रैली में लालू ने नीतीश कुमार और भाजपा की केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। लालू के बेटे  तेजप्रताप और तेजस्वी यादव मोदी सरकार को घेरते हुए उसे हर मोर्चे पर विफल बताया।

वहीं राबड़ी देवी ने मंच पर पति लालू का पूरा साथ दिया। दरअसल भाषण के दौरान लालू कई बार अपनी लाइन गलत बोलते या भूलते हुए नजर आए लेकिन राबड़ी ने स्थिति को संभालते हुए बीच-बीच में पीछे से बोलकर भाषण सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

लालू के पीछे राबड़ी का साथ
भाषण देते हुए जब लालू यादव ने मीरा कुमार के राष्ट्रपति पद की दावेदारी और पीएम नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाने पर नीतीश पर निशाना साध रहे थे तो उन्होंने कहा कि यही नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी का पत्तल खींचा था और उसी का बदला नरेंद्र मोदी ने लिया है। तब उन्होंने कहा कि नीतीश पूर्णि‍या में बाढ़ सर्वेक्षण के दौरान चांदी के थाली में 52 भोग लगाकर बैठे थे, लेकिन मोदी ने लात मारकर ठुकरा दिया। इस पर पीछे से राबड़ी ने सुधारा कि 52 नहीं 156 भोग। तब जाकर लालू ने भाषण सुधारते हुए कहा कि हां गुजरात वाला भी भोज था नीतीश चांदी के थाली में 156 भोग लगाकर बैठे थे, लेकिन मोदी ने लात मारकर ठुकरा दिया। एक समय था जब राबड़ी देवी राजनीति में नहीं आना चाहती थीं लेकिन लालू उन्हें लेकर और कॉन्फ‍िडेंट दिलाया कि वे सत्ता संभाल सकती हैं।

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