Whatsapp के अधिकारी का दावा: पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल समेत 41 भारतीयों की हुई जासूसी

Saturday, Nov 02, 2019 - 09:35 AM (IST)

नई दिल्ली: व्हाट्सएप के जरिए जासूसी करने का मामला बढ़ता जा रहा है। जासूसी का शिकार बनने वालों की सूची में भारत के कई मानवाधिकार कार्यकत्र्ताओं, वकीलों और पत्रकारों के नाम शामिल हैं। व्हाट्सएप के एक अधिकारी ने बताया कि भारत में जिन लोगों को निशाना बनाया गया, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, पूर्व लोकसभा सांसद और पत्रकार संतोष भारतीय के नाम भी शामिल हैं। 
 

उन्होंने बताया कि कंपनी ने ऐसे 41 लोगों की पहचान की है, जिनकी जासूसी हुई। इनमें से 21 पत्रकार, वकील और कार्यकत्र्ता हैं।  उन्होंने बताया कि इन लोगों से टोरंटो स्थित रिसर्च फर्म सिटीजन लैब या फिर खुद व्हाट्सएप ने संपर्क करके जासूसी की जानकारी दी। व्हाट्सएप द्वारा भेजे गए एक संदेश से सतर्क हुए पटेल ने कहा कि उन्हें याद नहीं है कि उन्हें संपर्क किया गया था। व्हाट्सएप के अधिकारी ने कहा कि यह संभव है कि कई लोगों ने मैसेज पर ध्यान नहीं दिया होगा। व्हाट्सएप ने शुक्रवार को कहा कि उसने हैकिंग मामले में ठोस कदम उठाया है और वह सभी नागरिकों की निजता की सुरक्षा की जरूरत पर भारत सरकार का समर्थन करती है।


कंपनी के हैकिंग की जल्द सूचना नहीं देने पर सरकार चिंतित
सरकार ने ङ्क्षचता व्यक्त की कि व्हाट्सएप के साथ जून से अब तक उसके साथ हुई कई दौर की बातचीत पर कंपनी ने एक बार भी पेगासस हैकिंग घटना का उल्लेख नहीं किया। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि व्हाट्सएप संदेशों के स्रोत की जानकारी तथा जवाबदेही तय करने के लिए कोई कदम उठाने से सरकार को रोकने के लिए कंपनी की ओर से कोई अड़ंगा जैसी चाल तो नहीं है। सरकार हैकिंग मामले के खुलासे के समय को लेकर भी सवाल कर रही है। सूत्रों ने कहा कि सरकार दुर्भावनापूर्ण संदेशों की सामग्री की बजाय उसका स्रोत जानने पर जोर देगी। 


 

Anil dev

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