जिसे समझा हादसा, वो बनता जा रहा है रहस्य; रांची में टीचर की मौत से उठे कई सवाल
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 06:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रांची में सेल टाउनशिप स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) के संगीत शिक्षक माइकल घोष का क्षत-विक्षत शव रविवार को जोन्हा फॉल से करीब चार किलोमीटर दूर झाड़ियों से मिला है। दुखद बात यह है कि माइकल 19 जून को जोन्हा फॉल के तेज बहाव में बह गए थे, जिसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
मूल रूप से झारखंड के धनबाद के रहने वाले माइकल घोष रांची के अलकापुरी मुहल्ले में किराए के मकान में रहते थे और DPS में संगीत पढ़ाते थे। बताया गया है कि 19 जून को वह अपने दो साथी शिक्षकों, पंकज श्रीवास्तव और ऋतिक सामंता, के साथ जोन्हा फॉल घूमने गए थे। वहां एक ऊँची चट्टान पर चढ़कर फोटो खिंचवाते समय उनका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गए।
लंबे समय से चल रही थी तलाश
घटना के तुरंत बाद से ही प्रशासन और NDRF की 30 सदस्यीय टीम उनकी खोज में जुटी हुई थी। जोन्हा थाने के प्रभारी हीरालाल शाह ने बताया कि शव की तलाश के लिए लगातार दो दिनों तक ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया। लगभग 10 किलोमीटर दूर तक तलाशी अभियान चलाया गया और स्थानीय ग्रामीण भी अपनी तरफ से खोजबीन में लगे थे, लेकिन फिर भी उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था।
ग्रामीणों को मिला शव, परिवार को दी गई सूचना
रविवार सुबह ग्रामीणों को झाड़ियों में एक शव फंसा हुआ मिला। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुँची और शव की पहचान माइकल घोष के रूप में की गई। NDRF और प्रशासन का इतना लंबा सर्च ऑपरेशन सफल न होने से माइकल घोष के परिजन मायूस थे। अब शव मिलने के बाद उनके घर वालों को सूचना दे दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची स्थित रिम्स (RIMS) भेजा जाएगा।