'3 तलाक' पर ऐसा क्या बोले दिग्विजय, लोगों ने कहा शर्म करो
Thursday, Dec 08, 2016 - 07:09 PM (IST)
नई दिल्ली : मुस्लिमों में 3 तलाक पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी का कांग्रेस ने स्वागत किया है। मगर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की राय पार्टी से अलग है। उन्होंने अदालत से धर्म के मामले में दखलअंदाजी न करने की नसीहत की है। दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा कि मैं बड़ी विनम्रतापूर्वक से माननीय अदालतों से अनुरोध करना चाहूंगा कि उन्हें धर्म और धर्मों के रीति रिवाज में दखलंदाज़ी नहीं करना चाहिए। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वीरवार को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि 3 तलाक असंवैधानिक है और कोई पर्सनल लॉ बोर्ड संविधान से ऊपर नहीं है।
अदालत के अनुसार, तीन तलाक असंवैधानिक है, यह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन है। संविधान से ऊपर कोई पर्सनल लॉ बोर्ड नहीं है। दिग्विजय सिंह के अदालत को नसीहत देने पर ट्विटर यूजर्स ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता के ट्वीट के जवाब में यूजर्स ने उन्हें घेर लिया। अभिषेक लिखते हैं कि कभी श्रीराम मंदिर के लिए भी विनम्रतापूर्वक आग्रह किया होता न्यायालयों से और देश के मुसलमानों से।
ममता ने चुटीले अंदाज में लिखा कि और मैं बड़ी विन्रमता से दिग्विजय जी को ये कहना चाहती हूं, ज्यादा ध्यान उसपर दीजिए जिसे आप खुद ब्याह करके लाए हैं ,पड़ोसी की नहीं। प्रमिला ने कहा कि आप को मुस्लिम महिलाओं के हक और अधिकार की थोड़ी भी फिक्रनहीं, केवल वोट बैंक की है, शर्म आनी चाहिए महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखने वालों को।
@digvijaya_28 कभी श्रीराम मंदिर के लिये भी विनम्रतापूर्वक आग्रह किया होता न्यायालयों से और देश के मुसलमानों से ।
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) December 8, 2016
मुस्लिम महिलाओं को इस प्रथा की वजह से हो रही परेशानी पर भी यूजर्स ने चिंता जताई। एक शख्स लिखते हैं कि ट्रिपल तलाक कोई रिवाज, संस्कार या परंपरा नहीं है। ये एक सामाजिक बुराई है जो कितनी महिलाओं को बिना वजह सड़क पर खड़ा कर देता है।
@digvijaya_28 आप को मुस्लिम महिलाओं के हक और अधिकार की थोड़ी भी फ़िक्र नही ,केवल वोट बैंक की है?शर्म आनी चाहिए महिलाओं के प्रति ऐसी सोच रखते
— pramila (@pramila2710) December 8, 2016
@digvijaya_28 जब किसी के हितो के लिये फैसले होते है तब उस पर गंदी राजनीति नही करनी चाहिये... ..वही विनम्रतापूर्वक उसे स्वीकार करना चाहीये
— Bhavin Ambaliyala (@bhavinambaliyal) December 8, 2016