''पश्चिमी देश बुरे, इस मानसिकता को बदलना होगा''...विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन पर भी कसा तंज
punjabkesari.in Monday, Sep 18, 2023 - 01:22 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पश्चिमी देश 'बुरे लोग' नहीं हैं, क्योंकि वे अफ़्रीकी और एशियाई बाज़ारों में अपना सामान बहुत बड़े पैमाने पर नहीं भर रहे हैं, और हमें उन्हें नकारात्मक नज़रिये से देखने के 'सिन्ड्रोम' से उबरने की जरूरत है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के उद्घाटन के सिलसिले में तिरुअनंतपुरम पहुंचे जयशंकर ने मलयालम न्यूज चैनल 'एशियानेट' को रविवार को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पश्चिमी देशों की वकालत नहीं कर रहे हैं।
पूर्व भारतीय राजनयिक टी.पी. श्रीनिवासन को दिए इंटरव्यू में विदेश मंत्री ने कहा कि पश्चिम देश एशिया और अफ्रीका में बड़े पैमाने पर सामान नहीं भर रहे हैं, मेरे ख्याल से हमें अतीत के इस सिन्ड्रोम से उबरने की जरूरत है कि पश्चिमी देश बुरे हैं और विकासशील देशों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया बहुत जटिल है और दिक्कतें उससे भी ज़्यादा जटिल हैं..."
क्या चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस वजह से नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए क्योंकि वे भारत को ग्लोबल साउथ के नेता के रूप में नहीं देखना चाहते, सवाल पर जयशंकर ने कहा कि अटकलें तो बहुत लग रही थीं।
उन्होंने कहा कि आज का मुद्दा ग्लोबलाइज़ेशन की असमानताओं को लेकर मज़बूत समझ का निर्माण करना था, जहां पिछले 15 से 20 साल में कुछ मुल्कों ने देखा कि उनके उत्पाद, उत्पादन और रोज़गार खतरे में आ रहे हैं क्योंकि उनके बाज़ारों में सस्ता सामान भरता जा रहा है- उनका इशारा चीन की व्यापारिक और आर्थिक नीतियों की तरफ था। COVID-19 महामारी और यूक्रेन युद्ध के चलते बिजली और खाद्य पदार्थों की कीमतें भी ऊपर की तरफ ही जा रही थीं। जयशंकर ने यह भी कहा कि इसके लिए पश्चिमी देशों को कसूरवार नहीं ठहराया जा सकता।