चक्रवात अम्फान से पश्चिम बंगाल में बिगड़े हालात, ममता ने मांगी सेना की मदद

Saturday, May 23, 2020 - 06:00 PM (IST)

कोलकाताः पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों में आवश्यक सेवाओं और जरूरी आधारभूत ढांचे को फिर से बहाल करने में सेना की मदद मांगी है। पश्चिम बंगाल ने रेलवे, बंदरगाह और निजी संस्थानों से चक्रवात प्रभावित इलाकों में आवश्यक सेवाओं को बहाल करने में मदद मांगी। पश्चिम बंगाल में बुधवार की शाम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण कम से कम 86 लोगों की मौत हो गई तथा हजारों लोग बेघर हो गये। अम्फान ने राज्य के कई हिस्सों में कहर बरपाया। चक्रवात ने अपने तेज आवेग में कई पुलों को बहा दिया और निचले इलाकों में तबाही मचा दी।

राजधानी कोलकाता शहर के विभिन्न हिस्सों में बिजली की आपूर्ति, ब्रॉडबैंड सेवायें और मोबाइल नेटवर्क भी इसके कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मुताबिक पूरे शहर में 5000 से अधिक पेड़ उखरकर सड़कों पर गिर गए तथा कई बिजली के खंभे भी उखड़ गए। मैदान, लेक गार्डेन, गरियाहाट, गोल्फ ग्रीन, साल्ट लेक, दक्षिणी एवेन्यू और अन्य क्षेत्रों एवं इलाकों में पेड़ों के उखड़कर गिरने से सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया। केएमसी प्रशासन बोर्ड के अध्यक्ष फिरहाद हकीम ने कहा, ‘‘अम्फान के कारण पांच हजार से अधिक पेड़ उखड़ गए तथा कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। शहर ने इससे बड़ी आपदा कभी नहीं देखी।'' 

NDRF की 10 टीमें और भेजी जा रही बंगाल
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दस और टीमें चक्रवात अम्फान से प्रभावित पश्चिम बंगाल में राहत और बचाव अभियान में तेजी के लिए भेजी जा रही हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रधान सचिव (आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा) से लिखित अनुरोध मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बल की अतिरिक्त टीमें भेजी गई हैं। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बाहर स्थित एनडीआरएफ केंद्रों से दस अतिरिक्त टीमों को एकत्र किया गया है और उन्हें जल्द से जल्द रवाना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीमों के शनिवार देर रात तक कोलकाता पहुंच जाने की संभावना है।

पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित छह जिलों में पहले से ही एनडीआरएफ की 26 टीमें तैनात हैं। इन टीमों के वहां भेजे जाने के बाद कुल टीमों की संख्या 36 हो जाएगी। इस बीच पश्चिम बंगाल में चक्रवात के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 85 हो गयी है। तीन दिन बाद भी सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रशासन की विफलता को लेकर लोगों ने कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य के लगभग 1.5 करोड़ लोग चक्रवात के कारण सीधे प्रभावित हुए हैं और 10 लाख से अधिक घर नष्ट हो गए हैं।  

Yaspal

Advertising