हम केंद्र में अगली सरकार के गठन में क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करेंगे: ममता
Sunday, Apr 21, 2019 - 08:55 PM (IST)
नादिया: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने वादों पर खरा नहीं उतरने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए लोगों से उनकी पार्टी को वोट देने के लिए आग्रह किया ताकि वह केद्र में सरकार के गठन में अन्य क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व कर सके। बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘न भाजपा और न कांग्रेस अगली सरकार बनाएगी। सभी क्षेत्रीय दल मिलकर सरकार बनाएंगे और इसलिए हमने यूनाइटेड इंडिया फ्रंट का गठन किया है।'
टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘भाजपा लगातार झूठ बोल रही है। वह पिछले पांच वर्षों से झूठ बोल रही है और भाजपा नेता अपने भाषणों में केवल बड़े-बड़े वादे कर रहे है।' उन्होंने कहा, ‘मोदी बाबू झूठ बोलने और दंगे भड़काने पर पर आमादा हैं। वह प्रत्येक सुबह खुद को याद दिलाते हैं कि पूरे दिन उनका यही पवित्र कर्तव्य है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी की वजह से लोगों की नौकरियां चली गई और किसानों का कभी न भरपाई किया जाने वाला नुकसान हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन वास्तव में कुछ भी नहीं दिया।
टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘यह आम चुनाव है लेकिन इस बात को याद रखें कि मोदी और उनकी सरकार ने पिछले पांच वर्षों के दौरान बंगाल को नजरअंदाज किया है। उन्हें बंगाल की संस्कृति और लोगों का कोई अंदाजा नहीं है। वह केवल दंगा करवाने में रुचि रखते हैं। वे यहां केवल जरूरत के समय आते हैं।'उन्होंने कहा, ‘आप में से किसी को भी भाजपा को वोट नहीं देना चाहिए। मोदी ने किसानों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं समेत हर किसी का नुकसान किया है। उन्होंने धर्म में लोगों के विश्वास को नुकसान पहुंचाया है।'
बनर्जी ने कहा, ‘आपको मोदी को सत्ता से बाहर करना होगा वरना इस देश के लोग अपनी सारी स्वतंत्रताएं खो देंगे। भाजपा सबसे अधिक खतरनाक पार्टी है। मैंने इससे पहले इस तरह की पार्टी नहीं देखी थी।' उन्होंने कहा, ‘हिंदू सदियों पुराना धर्म है और हम इसे अच्छी तरह से जानते हैं। हम नहीं चाहते कि वे हमें हिंदू धर्म के बारे में बताएं। मैं ईसाई, इस्लाम, सिक्ख, बुद्ध और जैन तथा अन्य सभी धर्मों का सम्मान करती हूं और यही बात हिंदू धर्म के महान संतों और अनुयायियों ने भी सिखाई है। आप हमें यह नहीं बता सकते कि हमें क्या खाना है, क्या पहनना है और क्या पढ़ना है। हम सब को अपने बारे में हर चीज को चुनने की स्वतंत्रता है।'