राजनाथ बोले, J&K के नौजवान घाटी ही नहीं पूरे हिंदुस्तान की बदल सकते हैं तकदीर

Thursday, Jun 07, 2018 - 04:32 PM (IST)

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में जारी तनाव के बीच श्रीनगर पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर अमन का पैगाम दिया। जम्मू.कश्मीर स्पोट्र्स कॉन्लेव 2018 में राजनाथ ने कहा कि सरकार के दिल में राज्य के लिए ‘बेहद मोहब्बत’ है। राजनाथ ने कहा कि बच्चों को कोई भी गुमराह कर सकता है, गुमराह हुए बच्चों को ध्यान में रखते हुए हमने पत्थरबाजों के केस वापिस लिए थे। जम्मू-कश्मीर के बच्चों में गजब की प्रतिभा है, उस प्रतिभा को मौका मिलना चाहिए। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। 


शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के दिल में कश्मीर के लिए बहुत मोहब्बत है। हम सब मिलकर जम्मू कश्मीर की तस्वीर और तक़दीर बदल सकते हैं। मैं आप सबको यह भरोसा दिलाता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आप सबको यह विश्वास दिलाता हूं कि देश के बाकी हिस्सों की तरह जम्मू कश्मीर के हमारे भाइयों-बहनों की तरक्की के लिए जिस भी चीज की जरूरत होगी, वह सब करेंगे।

खेल पर ध्यान दें युवा
इस दौरान उन्होंने युवाओं से पढ़ाई और खेल पर ध्यान देने की अपील की। मेरा मानना है कि खेल आपकी जिंदगी बदल सकता है। जम्मू-कश्मीर के युवा ‘स्पोट्र्स की करामात’ और ‘तालीम की ताकत’ के जरिये भविष्य बदल सकते हैं। वहीं सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले युवाओं को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा, बच्चों को आसानी से भटकाया जा सकता है, लेकिन हम हकीकत जानते हैं और यही वजह है कि हमने उनके खिलाफ लगे पत्थरबाजी के सारे मामले वापस ले लिए।

दो दिन के दौरे पर राजनाथ सिंह
बता दें कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह दो दिनों के जम्मू कश्मीर दौरे पर हैं। सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार और सुरक्षा अधिकारी राजनाथ सिंह से रमजान के बाद भी सीजफायर को जारी रखने का आग्रह कर सकते हैं, ऐसे में उम्मीद है कि ईद के बाद और 28 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के दौरान भी संघर्षविराम जारी रह सकता है। दरअसल केंद्र सरकार ने रमजान के पवित्र महीने को देखते हुए यहां एकतरफा संघर्षविराम की घोषणा की थी, जम्मू.कश्मीर में तैनात सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी सीजफायर को बड़ी कामयाबी मान रहे हैं।

कानून व्यवस्था पर करेंगे चर्चा
इससे पहले दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे राजनाथ को राज्यपाल एन.एन.वोहरा, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और राज्य एवं केंद्र विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इस दौरान यह भी विचार किया जाएगा कि क्या मौजूदा समय में संघर्षविराम की स्थिति को ईद के बाद भी विस्तृत किया जाए या नहीं।

Monika Jamwal

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