कश्मीर में ताकत से शांति और स्थिरता नहीं लाई जा सकती है: फारूक अब्दुल्ला
Saturday, Jul 02, 2022 - 04:11 PM (IST)
श्रीनगर: नेशनल कान्फ्रेंस के प्रधान और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र, संविधान को फिर से लागू करने और धारा 370 को वापस लाने के लिए एकजुट होकर आगे आने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वादी में स्थिरता ताकत के दम पर नहीं लाई जा सकती है।
अब्दुल्ला ने श्रीनगर में उनके आवास पर मिलने आए विभिन्न संगठनों को संबोधितक करते हुये यह बात कही। उन्होंने कारगिल और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से आए शिष्टमंडलों से बात की।
उन्होंने कहा कि लोगों को कड़वी दवाई पिलाकर जम्मू कश्मीर में शांति नहीं लाई जा सकती है बल्कि शांति तभी आएगी जब लोगों के संवैधानिक अधिकार उन्हें मिलेंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि देश के अन्य हिस्सों में लोगों को जो अधिकार मिलते हैं वो कश्मीर में नहीं है बल्कि लोगों को भेदभाव से देखा जाता है।
डा फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नैकां ने हमेशा से जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया पर बदले में उनकी पार्टी को अपने वर्करों और नेताओं से हाथ धोना पड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने लोकतंत्र को मजबूत करने की जिम्मेदारी उठाई और बदले में उसे उसके नेताओं और समर्थकों की अर्थी का बोझ उठाना पड़ा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर में लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार सहयोग नहीं देती है। काम हो नहीं रहे और लोग परेशान हैं।