टिहरी बांध पीड़ितों की जल समाधि, विस्थापन की कर रहे हैं मांग

Sunday, Jul 16, 2017 - 04:58 PM (IST)

नई टिहरी:  टिहरी बांध देश लिए एक वरदान के रूप में जरूर साबित हुआ है, लेकिन बांध से सटे ग्रामीण इलाकों के लिए यह बांध अभिषाप बनकर साबित हो रहा है। हालात यह है कि बांध की झील में 125 गांव झील के पानी में समा चुके हैं,जिनका विस्थापन किया भी गया था। लेकिन झील में समा चुका गांव तल्ला-उप्पू गांव का विस्थापन नही किया गया। विस्थापन की मांग को लेकर ग्रामीण झील में जल समाधि लेने पर मजबूर हो गए हैं।

तल्ला-उप्पू गांव के खेत-खलियान पूरी तरह से झील में समा चुके हैं जो कि इन दिनों खंडहर की हालत में दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि साल 2005 में झील का पानी भरते समय ग्रामीणों को 60-60 हजार की धनराशि ग्रामीणों को दी गई, और टीएचडीसी ने ग्रामीणों को विस्थापन करने के अश्वासन दिया था और गांव को खाली कराया गया था।

इसके बाद ग्रामीण अपने मूल गांव को छोड़कर अपनी छानियों में चले गए। लेकिन गांव के विस्थापन न होने के चलते ग्रामीण गांव के समीप जल समाधि लेने में मजबूर हो गए है। ग्रामीणों ने मांग की कि अगर उनकी मांगों पर अमल नहीं किया किया गया तो वे धरना समाप्त नहीं करेंगे। ग्रमीणों ने कहा कि अगर उन्हें झील के किनारे से जबरदस्ती हटाने की कोशिश की जाती है तो वे झील में कूदकर अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

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