''युद्ध कोई समाधान नहीं... '', राज ठाकरे बोले- आतंकवादियों को खोज कर उनका नेटवर्क खत्म करें

punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 03:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को कहा कि युद्ध आतंकवाद की समस्या का समाधान नहीं है और सरकार को आतंकवादियों को खोज कर, उनके नेटवर्क को खत्म करना चाहिए तथा आतंकी हमलों के दोषियों को पकड़ने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत मिसाइल हमले किए किए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज ठाकरे ने कहा कि सरकार से यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि आखिर पहलगाम में आतंकी हमला क्यों हुआ।

मनसे प्रमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आतंकवादी हमले का जवाब युद्ध नहीं है। अमेरिका में उन्होंने (आतंकवादियों ने) ‘ट्विन टावर्स' गिरा दिए थे, पेंटागन पर हमला किया था। अमेरिका ने युद्ध नहीं छेड़ा। उन्होंने उन आतंकवादियों को मार गिराया।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप उन आतंकवादियों को नहीं ढूंढ पाए हैं, जिन्होंने पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया था। उस जगह पर सुरक्षा क्यों नहीं थी, जहां पिछले कई सालों से हजारों पर्यटक जा रहे हैं? देश के अंदर तलाशी अभियान चलाना और उन्हें ढूंढ़ना अधिक जरूरी है। हवाई हमले, लोगों का ध्यान भटकाना....युद्ध इसका समाधान नहीं हो सकता।''

‘मॉक ड्रिल' की जगह पूरे देश में ‘तलाशी अभियान' चलाया जाना चाहिए: ठाकरे
ठाकरे ने आगे कहा कि बुधवार को नागरिक सुरक्षा से जुड़े ‘मॉक ड्रिल' की जगह पूरे देश में ‘तलाशी अभियान' चलाया जाना चाहिए। शक्ति प्रदर्शन को गलत बताते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि दूसरे देश में युद्ध जैसी स्थिति पैदा करने की इच्छा है। अब हम सायरन बजने के साथ ‘मॉक ड्रिल' होते हुए देख रहे हैं। लेकिन हमें बुनियादी सवाल पूछने की जरूरत है कि आखिर यह (पहलगाम में 22 अप्रैल का आतंकी हमला जिसमें 26 लोग मारे गए) क्यों हुआ?''

'आतंकवादियों को ढूंढ़ें, उनके नेटवर्क को खत्म करें'
उन्होंने पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर भी उन पर निशाना साधा। वर्ष 2024 के आम चुनाव के दौरान मोदी का समर्थन करने वाले मनसे प्रमुख ने कहा, ‘‘जब यह (आतंकवादी हमला) हुआ तब प्रधानमंत्री सऊदी अरब में थे और वह जल्दी लौट आए, केवल चुनाव प्रचार के वास्ते बिहार जाने के लिए। इसकी आवश्यकता नहीं थी। वह अदाणी के बंदरगाह के उद्घाटन के लिए केरल गए और बाद में ‘वेव्स' समारोह के लिए मुंबई पहुंचे। अगर स्थिति इतनी गंभीर थी, तो यह सब टाला जा सकता था।'' ठाकरे ने कहा कि सरकार की विफलताओं को उजागर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश को प्रतीकात्मक प्रतिक्रिया की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों को ढूंढ़ें, उनके नेटवर्क को खत्म करें और हमारे गली-कूचों में पांव पसार रहे मादक पदार्थ के खतरों से निपटें।''


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Content Editor

Harman Kaur

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