लद्दाख को राज्य की पहचान दिलाने को लेकर वांगचुक रखेंगे 21 दिन का उपवास

Saturday, Mar 09, 2024 - 03:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लद्दाख को पूर्ण राज्य बनाने की मांग तेज हो गई है। इसको लेकर मशहूर इनोवेटर सोनम वांगचुक लेह में माइनस 15 डिग्री की हाड़ कंपाने वाली सर्दी में खुले आसमान के नीचे 21 दिनों के उपवास पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि केंद्र जल्द से जल्द लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दे या इसे विधानसभा के साथ केंद्रशासित प्रदेश बनाए।

इसके अलावा छठी अनुसूची लागू करने की भी मांग हो रही है।  सोनम ने कहा कि यदि केंद्र सरकार लद्दाख के लोगों से किए गए वादे पूरे नहीं करती तो आंदोलन अनिश्चितकालीन चलेगा। बता दें कि लद्दाख, पहले जम्मू-कश्मीर राज्य का हिस्सा था। 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद लद्दाख बिना विधानसभा वाला केंद्रशासित प्रदेश बन गया। 

स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए संविधान की छठी अनुसूची लागू 
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से राज्य का दर्जा मिलने के अलावा राज्य के तीन लाख लोगों की अन्य मांगें भी हैं। इको-सेंसिटिव क्षेत्र और आदिवासी लोगों की सुरक्षा के लिए अनुच्छेद 244 की छठी अनुसूची लागू हो। इससे स्थानीय लोगों के अधिकार सुनिश्चित होंगे। छठी अनुसूची से विधायी, न्यायिक और प्रशासनिक अधिकार मिलते हैं। अनुच्छेद 371 में राज्य को विशेष सुविधाएं मिलती हैं। लद्दाख के लोग इसकी भी मांग कर रहे हैं।

Mahima

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