महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण से पहले ही वोल्टेज ड्रामा, एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम नहीं बने तो शिवसेना का कोई भी विधायक मंत्री नहीं बनेगा

punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 02:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन होने में कुछ ही घंटे बाकी हैं और इसके साथ ही राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस शाम को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं, वहीं शिवसेना के विधायक उदय सामंत ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसने राजनीति के गलियारों में नया विवाद खड़ा कर दिया है। 

शिवसेना विधायक का बड़ा बयान
शिवसेना के वरिष्ठ विधायक उदय सामंत ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं लेते हैं, तो उनकी पार्टी का कोई भी विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं लेगा। सामंत ने स्पष्ट रूप से कहा कि एकनाथ शिंदे ही पार्टी के नेता हैं और उनके बिना शिवसेना में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा। उनका यह भी कहना था कि वे पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि शिंदे सकारात्मक निर्णय लेंगे और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

शिवसेना के नेता संजय शिरसाट का बयान
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने भी एकनाथ शिंदे के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि शिंदे को मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद निराशा हुई थी, क्योंकि यह एक बड़ा पद था। शिरसाट ने कहा कि शिंदे के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ना स्वाभाविक रूप से कठिन था, लेकिन अब उन्हें उम्मीद है कि शिंदे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने बताया कि शिवसेना के अन्य नेताओं ने शिंदे से मिलकर उनसे सरकार में शामिल होने और डिप्टी सीएम पद पर शपथ लेने की प्रार्थना की है।

देवेंद्र फडणवीस का शपथग्रहण समारोह
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे, और यह समारोह दक्षिण मुंबई के आज़ाद मैदान में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान राज्य की पूरी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। भाजपा के नेतृत्व में शिवसेना और एनसीपी के साथ महायुति गठबंधन के पास 230 सीटों का बहुमत है, और यही कारण है कि अब महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनना लगभग तय माना जा रहा है।

एनसीपी और शिवसेना के नेताओं की भूमिका
शपथग्रहण समारोह में एनसीपी के प्रमुख अजित पवार और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। हालांकि, इस मामले में शिवसेना के भीतर चल रही राजनीति और विवादों के कारण शिंदे के पद को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। सामंत के बयान के बाद अब यह साफ हो गया है कि शिवसेना शिंदे के बिना सरकार में कोई भी अन्य उपमुख्यमंत्री नहीं स्वीकार करेगी। 

राज्यपाल से मुलाकात और औपचारिक दावा
गुरुवार को, देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजित पवार ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान महायुति के सभी गठबंधन सहयोगियों ने अपना समर्थन पत्र प्रस्तुत किया। फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना-एनसीपी का गठबंधन महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए तैयार है।

चुनाव के बाद की राजनीतिक स्थिति
महाराष्ट्र में चुनाव के बाद से ही भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच कई मोर्चों पर चर्चा और मतभेद हो रहे थे। शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे और फडणवीस के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान भी सामने आई थी। हालांकि, अब यह स्थिति साफ हो चुकी है कि देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इसके साथ ही, एकनाथ शिंदे के लिए डिप्टी सीएम पद की शपथ की संभावना बढ़ गई है, जिस पर शिवसेना का पूरा जोर है। 

राजनीतिक भविष्य पर निगाहें
यह देखना दिलचस्प होगा कि एकनाथ शिंदे के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में क्या नया मोड़ आता है। इस समय, भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन की सरकार बनने जा रही है, लेकिन शिंदे के साथ हो रही इस खींचतान के कारण भविष्य में इस गठबंधन के बीच और मतभेद सामने आ सकते हैं। साथ ही, महाराष्ट्र के अगले कुछ महीनों में राज्य के विकास और सरकार के फैसलों को लेकर विपक्षी पार्टियां भी सवाल उठा सकती हैं। महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक हलचल के बीच सरकार के गठन का समय करीब है। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच पद को लेकर जो खींचतान थी, वह अब स्पष्ट होती नजर आ रही है। शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाने का पूरा दबाव है, और यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह राजनीतिक स्थिति किस दिशा में जाती है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Mahima

Related News