खत्म हुआ विस्तारा फ्लाइट का फ्यूल, हवा में अटकी 153 लोगों की जान

Wednesday, Jul 17, 2019 - 11:15 AM (IST)

मुंबई/लखनऊ: विस्तारा फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली आ रहे 153 विमान यात्रियों की जान उस समय खतरे में आ गई जब विमान के फ्यूल टैंक में सिर्फ पांच मिनट का ईंधन ही रह गया। ऐसे में आनन-फानन में विमान को पहले लखनऊ डायवर्ट किया लेकिन वहां विजीबिलटी कम होने के कारण इसे प्रयागराज भेजा गया लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही इसे वापिस लखनऊ वापिस बुला लिया गया। दरअसल पायलटों ने इमर्जेंसी मेसेज भेजकर विमान को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतारा तो फ्यूल टैंक तकरीबन खाली था। लखनऊ एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (वायु यातायात नियंत्रक) की मुस्तैदी की वजह से एयरक्राफ्ट किसी हादसे का शिकार होने से बच गया।

लखनऊ से प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट की तकरीबन 200 किमी दूरी तय करने के लिए विमान में पर्याप्त ईंधन नहीं था। फाइट रेडार 24 के डेटा के मुताबिक प्रयागराज के रास्ते में 7 मिनट का सफर पूरा करने के बाद एयरक्राफ्ट को लखनऊ वापस आना पड़ा, जहां 20 मिनट के अंदर इसकी लैंडिंग हुई। विस्तार के प्रवक्ता ने बताया कि 15 जुलाई को यूके 944 मुंबई से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। प्रवक्ता ने बताया कि विमान में अतिरिक्त ईंधन था लेकिन दिल्ली में तेज हवाओं और लो विजिबिलिटी की वजह से वहां लैंडिंग नहीं हो सकी और विमान करीब 75 मिनट तक दिल्ली के ऊपर ही चक्कर काटता रहा, जिस कारण फ्यूल कम रह गया।

ईंधन कम होने के कारण पायलटों ने इसे लखनऊ डायवर्ट किया गया लेकिन वहां भी दृश्यता अचानक से कम हो गई और विमान को सुरक्षित उतारना संभव नहीं था। चालक दल ने फ्लाइट को कानपुर या प्रयागराज ले जाने को सोचा जहां मौसम अपेक्षाकृत बेहतर था। हालांकि आधे रास्ते में ही उन्हें मैसेज मिला कि लखनऊ में मौसम साफ हो गया है, इस पर विमान की वापिस लखनऊ में लैंडिंग की गई। वहीं नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन विस्तार के एक पायलट पर विमान उड़ान से रोक लगा दी है। विस्तार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नियामक के निर्देश पर पायलट को उड़ान सेवा से हटाने के बारे में पुष्टि की है।

Seema Sharma

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