जुम्मा की नमाज के बाद श्रीनगर के कई इलाकों में हिंसक झड़पें, दर्जनों घायल

Friday, Dec 16, 2016 - 05:28 PM (IST)

श्रीनगर :  श्रीनगर सहित कश्मीर घाटी के कई इलाकों में शुक्रवार को जुमा नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों का अनुभव किया गया। झड़पों में सुरक्षाकर्मियों सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। इस दौरान अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल से आम जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। श्रीनगर के कुछ इलाकों में धीर-धीरे यहां की स्थिति सामान्य हो रही है। पुलवामा और बडग़ाम जिला में सुरक्षा बलों ने अलगाववादियों की विरोध प्रदर्शन की योजना को नाकाम कर दिया। वहीं, प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों को हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। वहीं, हुरियत कांफ्रैंस (एम) द्वारा आज जामिया मस्जिद में प्रस्तावित सीरत कांफ्रैंस को नाकाम कर दिया गया। पहले हुरियत (एम) चेयरमैन को नजरबंद कर दिया गया जबकि बाद में उनको रिहा कर दिया गया। वहीं जामिया मस्जिद को सील किए जाने के बाद खोल दिया गया।
इस बीच कश्मीर घाटी में एक बार फिर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भडक़ने की आशंकाओं के मद्देनजर श्रीनगर समेत घाटी के कई इलाकों में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है।


श्रीनगर के निचले इलाकों के कई थाना क्षेत्रों में सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ साथ जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। घाटी के कई इलाकों में हिंसा की आशंकाओं के बीच आम जनजीवन प्रभावित है।


हिंसा भडक़ने की आशंका और प्रदर्शनों के मद्देनजर अलगाववदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही हैए साथ ही श्रीनगर समेत घाटी के अन्य जिलों के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती करके कानून व्यवस्था को बिगडऩे न देने के इंतजाम किए जा रहे हैं।  


बारामुला जिला के सोपोर, श्रीनगर के बटमालु के अलावा कई इलाकों में आज जुमा नमाज के बाद हजारों लोगों ने रैली निकाली जिसके दौरान आजादी समर्थक और भारत विरोधी नारेबाजी की गई। इस दौरान शहर के द्वार पर तैनात सुरक्षाबलों ने रैली को रोक दिया जिसपर गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थराव करना शुरु कर दिया। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गेस का इस्तेमाल किया। जिला के हाइगाम सोपोर इलाके में भी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पों का अनुभव किया गया। प्रदर्शनकारिनों ने आजादी समर्थक और देश विरोधी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस व सीआरपीएफ  ने आंसू गेस और पेलेट का इस्तेमाल किया। इस तरह के प्रदर्शनों का सोपोर कस्बे के बोटिंगु इलाके में भी अनुभव किया गया।  


वहीं बांडीपुरा जिला के गमरु, पापचान, सुम्बल, नाइदहाल, मादर, लावडारा, हाजिन, कालूसा और अजर इलाकों में भी लोगों ने जुमा नमाज के बाद आजादी समर्थक विरोध रैली निकाली। हालांकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने पुलिस और अद्र्धसैनिक बलों के अलावा जिला के संवेदनशील इलाकों में सेना को तैनात कर दिया था।


दक्षिण कश्मीर के बिजबिहाड़ा और शोपियां जिला में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों का अनुभव किया गया। आज यहां जिला के मुख्य शहर में लोगों ने जुमा नमाज के बाद कफ्र्यू का उल्लंघन रैली निकाली जिसको खदेडऩे के लिए पुलिस और सी.आर.पी.एफ. ने आंसू गेस का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों ने आजादी समर्थक और देश विरोधी नारेबाजी करते हुए रैली को जारी रखने की कोशिश की। वहीं प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थराव किया जिसके बाद दोनो पक्षों के बीच झड़पों का अनुभव किया गया।


पुलिस ने कहा कि घाटी के अन्य हिस्सों में कोई कफ्र्यू लागू नहीं है। हालांकि बडगम, गंदेरबलए अनंतनाग और पुलवामा के मुख्य शहरों में  लोगों के इकट्टा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के आसपास की स्थिति में कोई बदलाव हुआ है। पहले मस्जिद के मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया गया जबकि बाद में उसको खोल दिया गया।  पुलिस ने बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस बल की तैनाती की गई है।
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) ने पहले ही हड़ताली कैलेंडर को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया था। हालांकि, हर सप्ताह शुक्रवार और शनिवार को हड़ताल तथा विरोध प्रदर्शनों को छोडक़र सप्ताह में बाकी पांच दिनों हड़ताल में छूट दी गई है।
हड़ताल की वजह से दुकानें एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान आदि बंद रहे और सडक़ें वीरान रहीं। हालांकि निजी वाहनों और तिपहिया वाहनों को कुछ मार्गों पर चलते हुए देखा गया। राज्य सडक़ परिवहन निगम की बसें भी सडक़ों से नदारद रहीं।


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सनत नगर, जवाहर नगर, राजबाग और विशम्बर नगर इलाके में अनेक दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान समेत पेट्रोल पंप खुले रहे हालांकि व्यावसायिक केन्द्र लाल चौक और उसके आस-पास के इलाकों की दुकानें बंद रहीं। पूरी कश्मीर घाटी की स्थिति में शांतिपूर्ण रही। कहीं से भी किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। टीआरसी क्रासिंग-बटमालू से लाल चौक जाने वाली सडक़ के किनारे बड़ी संख्या में लोगों ने अपने खोमचे लगाए जबकि सडक़ों पर काफी संख्या में निजी वाहन दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि हालांकि कल की तुलना में आज सडक़ों पर कम ट्रैफिक दिखाई दिया।

 

 

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